टॉप टेन अपराधी और भू माफियाआें की सूची में अतीक टॉप पर
टाॅप टेन अपराधियों के साथ ही भू माफिया की नई सूची में पूर्व सांसद अतीक अहमद अभी भी टॉप पर हैं। वहीं टॉप टेन अपराधियों में अतीक के भाई अशरफ दूसरे नंबर पर है। अभी भी आइएस-227 गैंग हावी है।
फरहत खान, प्रयागराज : देवरिया जेल में कई लोगों की पिटाई के मामले में सुर्खियों में आए पूर्व सांसद अतीक अहमद टॉप टेन अपराधियों की सूची में फिर टॉप यानी पहले नंबर पर हैं। भू माफिया सूची की शुरुआत भी अतीक अहमद के नाम से हुई है। टॉप टेन अपराधियों की सूची में अतीक के भाई पूर्व विधायक अशरफ दूसरे नंबर पर है। वर्ष 2019 में नए सिरे से बनी दोनों ही सूचियों में अतीक अहमद और उनका कुनबा हावी है। पुलिस की यह सूची जन सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी से सामने आई है।
टॉप टेन अपराधियों में अतीक के बाद अशरफ
पूर्व सांसद अतीक अहमद पर सबसे बड़ा मामला बसपा विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड का है। पुलिस रिकार्ड में अतीक इंटर स्टेट (आइएस) 227 गैंग के लीडर हैं। इस गैंग में उनके भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ भी शामिल हैं। प्रयागराज जिले की टॉप टेन अपराधियों की सूची में अतीक अहमद के बाद अशरफ हैं। तीसरे नंबर पर आबिद उर्फ बच्चा निवासी मरियाडीह, धूमनगंज, पांचवे नंबर पर जुल्फेकार उर्फ तोता निवासी कसारी मसारी, धूमनगंज, छठे नंबर पर फरहान निवासी धूमनगंज हैं। यह तीनों ही अतीक के बेहद खास हैं। तोता तो अतीक का शूटर है। चौथे नंबर पर शातिर अपराधी गदऊ पासी निवासी मुंडेरा है। सात नंबर पर हरीशचंद्र पासी, इसके बाद शुभम मिश्र, प्रमोद सोनकर, मुरली, बबलू गिरी उर्फ प्रमोद, विपिन पांडेय, पिंटू महरा उर्फ अमित, जीतू महरा और पंद्रहवें नंबर पर रानू उर्फ देवेंद्र तिवारी के नाम हैं।
भू माफिया की सूची में शामिल कई लोग राजनीतिक दलों से भी जुड़े रहे हैं
भू माफिया की नई सूची में अतीक अहमद पहले, दूसरे नंबर पर मो. अब्बास, तीसरे नंबर पर जावेद उर्फ पप्पू गंजिया, फिर पूर्व विधायक विजमा यादव के भाई रामलोचन यादव, अच्छे उर्फ रुखसार, रफातउल्ला, शेख अबरार, मो. इमरान, दिलीप मिश्र, अरविंद्र महरा, पुरन त्रिपाठी, प्रदीप महरा, देवेंद्र तिवारी और आखिर में अशोक यादव का नाम शामिल है। भू माफिया की सूची में शामिल कई लोग सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस से भी जुड़े रहे हैं।
जो फरार हैं, उनकी तलाश में हो रही छापेमारी : एडीजी
एडीजी एसएन साबत के मुताबिक, पुराने रिकार्ड और नए मुकदमों के हिसाब से सूची तैयार हुई है। जो फरार हैं, उनकी तलाश में छापामारी कराई जा रही है। सूबे में भाजपा की सरकार बनने के बाद से अतीक अहमद पर शिकंजा कस गया था। उन्हें नैनी जेल से देवरिया भेजा गया। अब वह बरेली जेल में बंद हैं। इससे पहले बसपा शासनकाल में ऑपरेशन अतीक के तहत दर्जनों मुकदमे दर्ज किए गए थे। अतीक के ज्यादातर करीबी इन दिनों जेल में बंद हैं।