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प्रयागराज के ज्‍योतिषी का दावा, Coronavirus infection की दूसरी लहर शीघ्र कम होगी, जानें- यह कैसे होगा संभव

ज्‍योतिषाचार्य अमित बहोरे ने कहा कि नवंबर 2020 के बाद कोरोना संक्रमण कमजोर हुआ था। वहीं 21 फरवरी को वृष राशि में मंगल का प्रवेश हुआ जहां राहु पहले से विराजमान थे। इससे संक्रामक रोग का योग बढ़ा। इसके बाद से कोरोना की दूसरी लहर में तेजी देखी गई है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 11:22 AM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 04:46 PM (IST)
प्रयागराज के ज्‍योतिषी का दावा, Coronavirus infection की दूसरी लहर शीघ्र कम होगी, जानें- यह कैसे होगा संभव
कोरोना वायरस के भययुक्त माहौल में ग्रहीय चाल की गणना करके ज्योतिषी अमित बहोरे ने यह बातें कही हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर यानी सेकेंड वेव का आतंक चरम पर है। पीडि़तों व मृतकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इससे हर कोई भयभीत है। अब लोग सेकेंड वेव के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि किसी को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर कोरोना का अंत कब होगा? भययुक्त माहौल में ग्रहीय चाल की गणना करके ज्योतिषी दावा कर रहे हैं कि कोरोना के सेकेंड वेव का अंत जल्द होगा। हालांकि उसके लिए लोगों को सतर्क रहकर कोविड-19 के नियमों का पालन करना होगा।

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ज्योतिषाचार्य अमित बहोरे ने यह कहा

ज्योतिषाचार्य अमित बहोरे कहते हैं कि कोरोना बढऩे का प्रमुख कारण डर और लापरवाही है। वैसे भी होली से नवरात्र तक संक्रामक रोगों के बढऩे की संभावना अधिक रहती है। यह ऋतुओं का संधिकाल होता है, जिसमें ठंड का अंत व गर्मी के मौसम का आगमन होता है। इसी कारण हर साल इस दौरान संक्रामक रोग बढ़ते हैं।

बोले, ऐसे बढ़ा है कोरोना संक्रमण

अमित बहोरे बताते हैं कि नवंबर 2020 के बाद से कोरोना संक्रमण कमजोर हुआ था। वहीं इस वर्ष 21 फरवरी को वृष राशि में मंगल का प्रवेश हुआ, जहां राहु पहले से विराजमान थे। इससे संक्रामक रोग का योग बढ़ा है। इसके बाद से कोरोना की सेकेंड वेव में तेजी देखी गई है।

दावा किया कि एक सप्ताह के अंदर संक्रमण में आएगी कमी

अमित बहोरे बताते हैं कि 13 अप्रैल को  नया संवत्सर अर्थात नया वर्ष प्रारंभ हो गया है। संवत्सर की खूबी होती है इससे हर चीज बदल जाती है। सम्वत के बदलने के साथ साथ 13 अप्रैल को ही मंगल भी वृष राशि को छोड़ कर मिथुन राशि में प्रवेश कर गए हैं। इससे एक सप्ताह के अंदर संक्रामक रोगों के योग में कमी आना शुरू हो जाएगी। इस सम्वत का नाम आनंद है तो इसमें जनता के बीच आनंद आने के योग भी बन रहे हैं। इससे भी कोरोना का समाप्त होना दिखता है।

कोरोना से पूर्ण दहशत की समाप्ति 20 नवंबर 2021 के बाद

उन्‍होंने कहा कि इसका अर्थ यह कदापि नहीं है कि 13 अप्रैल के बाद से कोरोना एकदम गायब हो जाएगा। बल्कि उसकी उग्रता में कमी आएगी और दिनों दिन इसमें कमी आती जाएगी। कोरोना से पूर्ण दहशत की समाप्ति 20 नवंबर 2021 के बाद ही होगी।


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