देश के लिए अशफाक ने लगा दी थी प्राणों की बाजी
जासं, इलाहाबाद : काकोरी कांड के हीरो रहे अशफाक उल्ला खां की 117वीं जयंती रविवार को
जासं, इलाहाबाद : काकोरी कांड के हीरो रहे अशफाक उल्ला खां की 117वीं जयंती रविवार को मनाई गई। अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद एवं भगत सिंह स्मारक समिति के तत्वावधान में आजाद पार्क में अशफाक उल्ला खां के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। सशस्त्र बल के जवानों द्वारा 21 गन शॉट फायर कर सम्मान गारद द्वारा सलामी एवं पुलिस बैंड द्वारा राष्ट्र भक्ति ध्वनि बजाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
मुख्य अतिथि रहे सांसद श्यामा चरण गुप्त ने कहा कि अशफाक उल्ला खां ने अपना परिवार व पढ़ाई छोड़कर देश को आजाद कराने के लिए प्राणों की बाजी लगा दी थी। नौ अगस्त 1925 को काकोरी ट्रेन डकैती कांड पर ब्रिटिश साम्राज्य को सीधे चुनौती दे दी। विशिष्ट अतिथि रहे पूर्व मंत्री एनकेएस गौड़ व पूर्व सांसद रामनिहोर राकेश ने कहा कि हिन्दुस्तान को अपने जिन बेटों पर नाज है, उनमें अशफाक उल्ला खां का नाम पहले है। अध्यक्षता राजू मरकरी व संचालन महासचिव राजबहादुर गुप्ता ने किया। इस मौके पर प्रो. श्याम बिहारी, कृष्ण मुरारी, धनंजय सिंह, ओडी सिंह, डा. वीरेंद्र यादव, अनिल कुमार अन्नू भैया, पदुम नारायण जायसवाल आदि रहे। इसके पूर्व छात्र निपृेंद्र सिंह व अग्रता सिंह ने शहीदों के सम्मान में गीत गाकर लोगों को भाव विभोर कर दिया। आस्था पांडेय ने ऐ मेरे वतन व रेनू राज सिंह ने कर चले हम फिदा व डा. रमा मांट्रोज ने सारे जहां से अच्छा ¨हदोस्तां हमारा गाकर समां बाध दिया। कवि मकदूम फूलपुरी धनंजय, शिव नरेश भारती ने काव्य पाठ किया।