Magh Mela-2020 : माघ मेले के दौरान दुकानों से होने वाली आमदनी में हिस्सा लेगी सेना Prayagraj News
मेले के लिए जिला प्रशासन रक्षा संपदा विभाग से लीज पर जमीन लेता है। कुंभ मेले के दौरान कई स्थाई निर्माण कार्य होने से सेना नाराज थी। अभियान चलाकर सेना ने अतिक्रमण हटाया है।
प्रयागराज,जेएनएन । अभी तक अद्र्धकुंभ और कुंभ मेले में ही सेना जिला प्रशासन को परेड और संगम की जमीन एमओयू पर हस्ताक्षर करके देती थी। इस माघ मेले में पहली बार ऐसा हुआ है कि एमओयू पर हस्ताक्षर करके प्रशासन को 400 एकड़ जमीन 31 मार्च 2019 के लिए दी है। सेना कुंभ की तर्ज पर माघ मेले में लगने वाली दुकानों से होने वाली आमदनी में हिस्सा लेगी। कुल आमदनी का 60 प्रतिशत कैंटोनमेंट बोर्ड को मिलेगा जबकि 40 प्रतिशत प्रशासन का होगा।
माघ मेले के लिए सेना ने 400 एकड़ जमीन लीज पर दी
मेले के लिए जिला प्रशासन रक्षा संपदा विभाग से लीज पर जमीन लेता है। कुंभ मेले के दौरान कई स्थानों पर स्थाई निर्माण कार्य होने से सेना नाराज थी। अभियान चलाकर सेना ने अतिक्रमण को हटाया। सेना की जमीन पर अब स्थाई निर्माण न हो, इसके लिए रक्षा संपदा विभाग ने एमओयू बनाया है। शर्ते के अनुसार जिला प्रशासन को माघ मेले के लिए 400 एकड़ जमीन लीज पर दे दी गई है।
राजनीतिक गतिविधि की इजाजत नहीं
सेना के सूत्रों के अनुसार माघ मेले में लगने वाली दुकानों से जो आमदनी होगी, उसमें सेना हिस्सा लेगी। यह व्यवस्था अभी तक कुंभ में हो होती थी। शर्तों के अनुसार सेना की जमीन पर कोई राजनीतिक गतिविधियां नहीं होंगी। मेला किले के बगल में ही होता है। इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से ड्रोन और हेलीकॉप्टर से सेना क्षेत्र की निगरानी की जाएगी।