कांग्रेस नेता के कत्ल में नामजद रईस का शस्त्र लाइसेंस होगा निरस्त, सभी अभियुक्त प्रयागराज पुलिस की पकड़ से दूर
एक भी अभियुक्त अब तक पकड़ में नहीं आए हैं। आरोपितों के भदोही में छिपने की आशंका है। गुरुवार को भी झूंसी पुलिस और एसओजी की टीम ने अलग-अलग जगह छापेमारी करते हुए कई युवकों को पूछताछ के लिए उठाया है। पुलिस का दावा है कि कुछ सुराग मिले हैं
प्रयागराज, जेएनएन। कांग्रेस नेता मो. अकरम के फरार हत्यारोपित मो. रईस का शस्त्र लाइसेंस पुलिस निरस्त करवाएगी। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। मामले में वांछित एक भी अभियुक्त अब तक पकड़ में नहीं आए हैं। आरोपितों के भदोही में छिपने की आशंका है। गुरुवार को भी झूंसी पुलिस और एसओजी की टीम ने अलग-अलग जगह छापेमारी करते हुए कई युवकों को पूछताछ के लिए उठाया है। पुलिस का दावा है कि कुछ सुराग मिले हैं और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भदोही में छिपने की आशंका, करीबियों को उठाया
झूंसी थाना क्षेत्र के कनिहार गांव का प्रापर्टी डीलर मो. रईस अपने भांजे कांग्रेस नेता अकरम का हत्यारोपित है। उसके नाम पर एक रायफल का लाइसेंस है। पंचायत चुनाव के चलते उसकी रायफल पुलिस ने पहले से ही थाने में जमा करवा ली थी। अब उसके लाइसेंस को निरस्त करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इंस्पेक्टर झूंसी शमशेर बहादुर सिंह का कहना है जल्द ही निरस्तीकरण की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के जरिए जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। यह भी पता लगाया जा रहा है कि रईस के परिवार में और किसके-किसके नाम पर शस्त्र लाइसेंस है। ताकि उनके विरुद्ध भी नियमानुसार कार्रवाई की जा सके। उधर, अभियुक्तों की गिरफ्तारी न होने से पीडि़त परिवार और करीबियों में काफी रोष व्याप्त होने लगा है। पुलिस ने गुरुवार को रईस की ससुराल नैनी, बहन के घर हंडिया समेत कई अन्य जगहों पर दबिश दी। इस दौरान कई रिश्तेदारों को पूछताछ के लिए उठाया। पुलिस संदिग्ध लोगों के मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस करते हुए काल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) भी खंगाल रही है। मंगलवार रात कनिहार गांव में बाइक सवार बदमाशों यूथ कांग्रेस के फूलपुर लोकसभा के उपाध्यक्ष मो. अकरम की चार गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड में रईस, उसके बेटे, गार्ड और चार अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है।
शेरडीह के एक शातिर अपराधी संग घूमता था रईस
हत्याकांड की तफ्तीश में जुटी पुलिस को यह भी पता चला है कि मो. रईस शेरडीह गांव निवासी एक शातिर अपराधी के साथ घूमता था। उसने थरवई इलाके में भी एक जमीन खरीदी है, जहां कुछ लोगों ने उसे अपराधी के साथ देखा था। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि रईस ने अपराधी की मदद से हत्या करवाई होगी। हालांकि पुलिस दोनों के कनेक्शन के बारे में जानकारी जुटा रही है।
कत्ल के समय आखिर कैसे गुल हुई बिजली
कांग्रेस नेता की हत्या से ठीक कुछ देर पहले ही अचानक घटनास्थल और उसके आसपास की बत्ती गुल हो गई है। अचानक बिजली कटने को लेकर कुछ लोग हत्याकांड से भी जोड़ रहे हैं। कुछ कांग्रेसी नेताओं ने पहले ही इसे साजिश बताते हुए कतिपय बिजलीकर्मियों पर मिलीभगत करने का आरोप लगाया था।