नौ दिन चले अढ़ाई कोस : पीडीएम की गोविंदपुर आवास योजना स्थित बहुमंजिला अलकनंदा अपार्टमेंट अधर में Prayagraj News
कंपनी से दो वर्ष में पूरा करने का अनुबंध हुआ लेकिन पांच वर्ष बाद पूरा नहीं हो पाया है। अपार्टमेंट का ढांचा तो खड़ा हो गया। लेकिन इसके बड़े हिस्से में अभी प्लास्टर नहीं हो पाया है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज विकास प्राधिकरण की बहुमंजिला आवास योजना से लोगों का मोह भंग हो रहा है। इसका मुख्य कारण है उसका समय से तैयार न हो। गोविंदपुर आवास योजना स्थित बहुमंजिला अलकनंदा अपार्टमेंट का भी यही हाल है।
दो वर्ष में पूरा करने का हुआ था अनुबंध
अपार्टमेंट का निर्माण शुरू हुआ तो काम कराने वाली कंपनी से दो वर्ष में पूरा करने का अनुबंध हुआ लेकिन पांच वर्ष बाद भी इसे पूरा नहीं किया जा सकता है। अपार्टमेंट का ढांचा तो खड़ा हो गया है लेकिन इसके बड़े हिस्से में प्लास्टर का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। काम जिस रफ्तार से हो रहा है, अगले एक वर्ष में भी पूरा होने की उम्मीद नहीं है। पीडीए के अधिशाषी अभियंता आरसी रावत का कहना है कि स्वाइल टेस्टिंग व डिजाइन तैयार होने में देरी के कारण काम शुरू होने में विलंब हुआ। कंपनी ने भी काम धीमी रफ्तार से कराया। इस पर पेनाल्टी के रूप में पीडीए ने करीब तीन करोड़ रुपये रोक लिए हैैं। इसके अलावा रियल इस्टेट रेग्युलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने भी निर्माण में देरी की वजह से पेनाल्टी लगाई है। कंपनी को इसी वर्ष जून तक काम पूरा कराने की हिदायत दी गई है।
2015 में शुरू हुआ था कार्य, 2017 में पूरा होना था
अलकनंदा अपार्टमेंट का काम वर्ष 2015 में तत्कालीन उपाध्यक्ष अजय कुमार सिंह के कार्यकाल में शुरू हुआ था। यह काम एवरग्रीन इंफ्राटेक कंपनी को दिया गया। कंपनी को इसे दो वर्ष में यानी 2017 तक अपार्टमेंट को पूरी तरह तैयार कर देना था।
खास बातें
- 14 मंजिल का बन रहा है अपार्टमेंट
- 140 विभिन्न श्रेणियों के बनने हैैं फ्लैट
- 48 करोड़ की लागत से हो रहा काम
- 56 फ्लैट थ्री बीएचके बी-2 श्रेणी के
- 28 फ्लैट थ्री बीएचके बी-1 श्रेणी के
- 28 फ्लैट टू बीएचके प्लस स्टडी श्रेणी के
- 28 फ्लैट टू बीएचके साधारण श्रेणी के।
निर्माण शुरू होने के पहले हो गया था आवंटन
अपार्टमेंट में बने फ्लैटों का आवंटन करीब छह वर्ष पहले अक्टूबर 2014 में हुआ था। इसके लिए आवेदन निकाले गए। फिर लाटरी से फ्लैट आवंटित हुए। आशियाने की आस लगाए लोगों को अगले तीन वर्ष में फ्लैट मिलने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
10 आवंटियों ने आवंटन निरस्त कराया
अलकनंदा अपार्टमेंट में जिन लोगों को लाटरी से फ्लैट मिले थे, उनमें से 10 लोगों ने आवंटन निरस्त कराके रकम वापस ले ली। निर्माण कब तक पूरा होगा, इसकी जानकारी के लिए अक्सर आवंटी पीडीए पहुंचे हैैं। मौके पर भी जाकर निर्माण की स्थिति देखते हैैं।