जानिए कैसे शिक्षिका अनुपमा ऑनलाइन बच्चों को बना रही क्रिएटिव Prayagraj News
बच्चों की रचनात्मकता को भी जगाने का प्रयास कर रही हैं। उन्हें तरह तरह के क्राफ्ट बनाना सिखाने के साथ ही बेकार की वस्तुओं से काम की चीजें बनाना भी सिखा रही हैं।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना काल में सभी विद्यालय सूने हैं। पढ़ाई लिखाई ऑनलाइन चल रही है। इसमें कई शिक्षक ऐसे हैं जो निजी तौर पर रुचि लेकर विद्यार्थियों को विषय का ज्ञान तो दे ही रहे हैं बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी जगाने का प्रयास कर रहे हैं। इन्हीं में से एक नाम अनुमपा श्रीवास्तव का है। वह आर्यकन्या इंटर कॉलेज में कला की प्रवक्ता हैं। करीब 11 साल से शिक्षण कार्य कर रही हैं। वर्तमान में बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा रही हैं। उनके समक्ष चुनौती यह है कि तमाम विद्यार्थी संसाधन विहीन हैं लेकिन वे निजी तौर पर विद्यार्थियों से संपर्क कर पढ़ाने में लगी हैं।
बेकार की वस्तुओं से काम की चीजें बनाना सिखाती हैं
कुछ विद्यार्थी जिनके पास एंड्राएड मोबाइल हैं उनको मिलाकर वाट्सएप ग्रुप बनाया है। उसमें टेक्सट मैसेज, वीडियो मैसेज व वाइस मैसेज के जरिए कला के साथ ही अन्य विषयों की भी जानकारी दे रही हैं। इसके अलावा बच्चों की रचनात्मकता को भी जगाने का प्रयास कर रही हैं। उन्हें तरह तरह के क्राफ्ट बनाना सिखाने के साथ ही बेकार की वस्तुओं से काम की चीजें बनाना भी सिखा रही हैं। इनके वीडियो बनाकर यूट्यूब पर भी अपलोड कर रही हैं जिससे दूसरे विद्यार्थी भी लाभ ले रहे हैं। अपनी कक्षाओं में वे बच्चों को पढ़ाई से जोडऩे के साथ ही अवसादग्रस्त बच्चों की भी मदद करती रहती हैं।
बच्चों ने कला उत्सव में प्राप्त किया था पहला स्थान
अनुमपा श्रीवास्तव के निर्देशन में विद्यालय की कला की टीम ने कला उत्सव प्रतियोगिता वर्ष 2018 में राज्य में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया था। उसके बाद टीम ने राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिभाग किया। अनुपमा को जिला अपराध निरोधक समिति, लायंस क्लब, आर्य वीरांगना दल की ओर से सर्वश्रेष्ठ शिक्षिका का सम्मान मिल चुका है। स्वच्छता अभियान के तहत भी काफी काम किया है।