प्रतापगढ़ की इस ग्राम पंचायत का 43 साल बाद अस्तित्व समाप्त, जानिए क्या रही प्रमुख वजह
1977 में अंतू ग्राम पंचायत का अधिकांश भाग काट कर नगर पंचायत अंतू का गठन हुआ। अंतू देहात के शेष बचे पुरवे को बगल की ग्राम पंचायत भवानीपुर में शामिल कर दिया गया। इससे अंतू देहात ग्राम पंचायत का अस्तित्व समाप्त हो गया।
प्रतापगढ़, जेएनएन। जिले में 43 साल बाद अंतू देहात ग्राम पंचायत का अस्तित्व समाप्त हो गया। इस ग्राम पंचायत में पूर्व विधायक बृजेश सौरभ के छोटे भाई प्रधान रह चुके हैं, तो वर्तमान में भाजपा नेता बलवंत सिंह के बेटे ग्राम प्रधान हैं। स्वतंत्रता के बाद पंचायतों के गठन पर अंतू के नाम से ग्राम पंचायत का गठन किया गया।
1977 अंतू देहात के नाम से नई ग्राम पंचायत हुई थी सृजित
इसके बाद 1977 में अंतू ग्राम पंचायत का अधिकांश भाग काट कर नगर पंचायत अंतू का गठन हुआ। शेष बचे भाग को अंतू देहात के नाम से नई ग्राम पंचायत सृजित की गई। वर्ष 2020 में नगर पंचायत की सीमा का विस्तार किया गया तो नगर से सटी अंतू देहात के आधा दर्जन पुरवे को नगर में शामिल कर लिया गया।
कई दिग्गजों ने किया किया है इस ग्राम पंचायत का प्रतिनिधित्व
अंतू देहात के शेष बचे पुरवे को बगल की ग्राम पंचायत भवानीपुर में शामिल कर दिया गया। इससे अंतू देहात ग्राम पंचायत का अस्तित्व समाप्त हो गया। इस ग्राम पंचायत से भाजपा के वरिष्ठ नेता बलवंत सिंह, उनके चचेरे भाई रजवंत सिंह व पूर्व विधायक बृजेश सौरभ के छोटे भाई सर्वेश मिश्रा व वर्तमान में बलवंत सिंह के बेटे विजय सिंह प्रधान रहे हैं। बीडीओ शमा सिंह ने बताया है कि अंतू देहात ग्राम पंचायत को समाप्त करके उसे भवानीपुर ग्राम पंचायत में शामिल किया गया है। ।