वर्चस्व की जंग में हुई थी अंशु की हत्या
प्रतापगढ़-प्रयागराज की सीमा पर पिछले माह की गई अंशु की हत्या के मुख्य हत्यारोपित को नवाबगंज पुलिस ने बुधवार को किलहना मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल भी बरामद की है। पूछताछ में उसने बताया कि वर्चस्व कायम करने के लिए साथियों के साथ हत्या की थी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : प्रतापगढ़-प्रयागराज की सीमा पर पिछले माह की गई अंशु की हत्या के मुख्य हत्यारोपित को नवाबगंज पुलिस ने बुधवार को किलहना मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल भी बरामद की है। पूछताछ में उसने बताया कि वर्चस्व कायम करने के लिए साथियों के साथ हत्या की थी।
कुंडा कोतवाली क्षेत्र के पीरानगर गांव सचिन मिश्र उर्फ अंशु की पिछले माह 23 मई को नवाबगंज थाना क्षेत्र के मंसूराबार बरई गांव गई बरात से लौटते समय पलएं के पास कार सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस गोलीबारी में पलएं गांव के हीरालाल भी घायल हो गए थे। अंशु के भाई शुभम मिश्र की तहरीर पर नवाबगंज पुलिस ने कई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। 26 मई को पुलिस ने सचिन निर्मल उर्फ सौरभ निवासी पीरानगर थाना कुंडा को गिरफ्तार किया था। इसके बाद 31 मई को आशीष सिंह उर्फ रणविजय निवासी रायगढ़ थाना महेशगंज व अजीत सिंह उर्फ कल्लू निवासी मघईपुर थाना मानिकपुर जनपद प्रतापगढ़ को पकड़कर जेल भेजा था। जबकि मुख्य आरोपित आकाश सिंह उर्फ अभिषेक प्रताप सिंह निवासी उगापुर पीरानगर थाना कुंडा पकड़ से दूर था। बुधवार को नवाबगंज इंस्पेक्टर अवन दीक्षित को जानकारी मिली कि वह किलहना मोड़ के पास पहुंचने वाला है। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल बरामद की गई। उसने बताया कि पंचायत चुनाव में चुनावी रंजिश के साथ ही कई बार अंशु से विवाद हो चुका था। 23 मई को प्रयागराज जनपद में जब बरात गई थी तो डांस को लेकर भी झगड़ा हुआ था। वर्चस्व के लिए घटना को अंजाम दिया था। एसपी गंगापार धवल जायसवाल ने बताया कि आशीष सिंह पर आठ मामले पहले से दर्ज हैं। वह पूर्व प्रधान बाबाराज सिंह का पुत्र है और शातिर अपराधी है। इन सभी के खिलाफ गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की जाएगी।