Anamika Shukla : जांच को 17 शिक्षिकाएं व कर्मचारियों ने नहीं जमा किए दस्तावेज, आज जरूर करें जमा Prayagraj News
Anamika Shukla 17 शिक्षिकाओं और कर्मचारियों ने दस्तावेज नहीं जमा किए हैं। उन्हें सोमवार यानी आज तक दस्तावेज जमा करने के लिए आखिरी मौका दिया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। सोरांव के गोहरी कस्तूरबा विद्यालय में विज्ञान विषय की कथित शिक्षिका अनामिका शुक्ला के फर्जी दस्तावेज का मामला सामने आने के बाद 16 जून से सभी शिक्षिकाओं और कर्मियों के मूल प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है। जिले के सभी 20 ब्लॉकों के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) की 225 शिक्षिकाओं और कर्मचारियों ने सत्यापन के लिए अपने दस्तावेज (डॉक्यूमेंट) शनिवार तक जमा कर दिए। हालांकि अभी 17 शिक्षिकाओं और कर्मियों ने दस्तावेज नहीं जमा किए हैं। दस्तावेज जमा करने के लिए सोमवार को उन्हें अंतिम अवसर दिया गया है।
दस्तावेज जमा न करने वाले संदेह के दायरे में होंगे
बीएसए संजय कुमार कुशवाहा ने जांच कमेटी को 19 जून तक जांच पूरा करने का निर्देश दिया था। शुक्रवार तक 18 ब्लॉकों के विद्यालयों की शिक्षिकाओं और कर्मचारियों ने ही दस्तावेज जमा किए थे। दो विद्यालयों के स्टॉफ ने शनिवार को दस्तावेज जमा किए। अभी भी कुल 17 शिक्षिकाओं और कर्मचारियों ने दस्तावेज नहीं जमा किए। उन्हें सोमवार तक दस्तावेज जमा करने के लिए आखिरी मौका दिया गया है। जो स्टॉफ दस्तावेज नहीं जमा करेगा, वह संदेह के दायरे में होगा। कमेटी की ओर से उसके खिलाफ कार्रवाई भी प्रस्तावित की जा सकती है।
घर छोड़कर भागी फर्जी अनामिका, पुलिस कर रही तलाश
उधर सोरांव के गोहरी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में फर्जी अनामिका शुक्ला बनकर नौकरी करने वाली महिला घर छोड़कर फरार हो गई है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है मगर अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। कर्नलगंज पुलिस भी जल्द ही कानपुर जाकर फर्जी अनामिका के बारे में जांच-पड़ताल करेगी। प्रयागराज की तरह अलीगढ़ पुलिस भी फर्जी अनामिका की जांच कर रही है।
एसटीएफ को मिली जानकारी
स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) की लखनऊ टीम ने जौनपुर के एक शख्स को पकड़ा तो कई जानकारी मिली। उसके आधार पर अलीगढ़ पुलिस ने जांच करते हुए कानपुर देहात की रहने वाली बबली यादव को गिरफ्तार किया। पूछताछ में बताया कि उसकी ननद सरिता यादव प्रयागराज के कस्तूरबा गांधी स्कूल में अनामिका शुक्ला के नाम से नौकरी कर रही थी। उसके रिश्तेदार ने जौनपुर के पुष्पेंद्र की मदद से पैसा लेकर फर्जी नियुक्ति कराई थी। बबली के बयान के आधार पर कर्नलगंज पुलिस मान रही है कि वह सरिता यादव हो सकती है। हालांकि बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुशवाहा ने अपनी एफआइआर में रीना नाम से निवास प्रमाण पत्र लगाने की बात कही है। ऐसे में पुलिस अब रीना के साथ सरिता के मामले भी जानकारी जुटा रही है।
बोले इंस्पेक्टर कर्नलगंज
इंस्पेक्टर कर्नलगंज अरुण त्यागी का कहना है कि शनिवार को कानपुर देहात की पुलिस फर्जी अनामिका के घर गई थी, लेकिन वह नहीं मिली। विवेचक को जांच के लिए कानपुर भेजा जाएगा और अलीगढ़ से पूछताछ में दिए गए बयान की कॉपी ली जाएगी।