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Amitabh Bachchan ने कौन बनेगा करोड़पति में दिया पैतृक गांव प्रतापगढ़ के बाबूपट्टी आने का भरोसा, लोग प्रसन्‍न हैं

इसके पहले इसी सीजन के एक एपीसोड में बिग बी ने इलाहाबाद की चर्चा की। हॉट सीट पर बैठी प्रतिभागी से उन्होंने अपना नाम इंकलाब और अमिताभ होने से जुड़ी कहानी सुनाई। बताया कि 1942 में स्वाधीनता आंदोलन के दौरान जगह-जगह जुलूस-प्रदर्शन हो रहे थे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 06:30 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 09:47 AM (IST)
Amitabh Bachchan ने कौन बनेगा करोड़पति में दिया पैतृक गांव प्रतापगढ़ के बाबूपट्टी आने का भरोसा, लोग प्रसन्‍न हैं
मंगलवार को प्रसारित एपिसोड में उन्होंने अपने गांव जल्द आने का एलान भी किया।

प्रयागराज, जेएनएन। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के जेहन में उनके पैतृक गांव बाबूपट्टी और बचपन के शहर इलाहाबाद (अब प्रयागराज) की यादें बखूबी ताजातरीन हैं। कौन बनेगा करोड़पति के 12वें सीजन में अब तक दो बार ऐसा वाकया आया जबकि बिग बी ने अपने पैतृक गांव और इलाहाबाद का जिक्र प्रतिभागियों व दर्शकों के समक्ष किया। मंगलवार को प्रसारित एपिसोड में तो उन्होंने अपने गांव जल्द आने का एलान भी किया। बताया कि परिवार संग मशविरा हुआ है, जल्द ही सभी पहुंचेंगे। उधर पैतृक गांव के लोगों में भी इससे खुशी मिली है।

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सपरिवार गांव जाने की कही बात

 बता दें कि अमिताभ बच्चन का पैतृक गांव बाबूपट्टी, प्रतापगढ़ जिले की रानीगंज तहसील क्षेत्र में है। कौन बनेगा करोड़पति के मंगलवार को प्रसारित एपिसोड में बिग बी ने हॉट सीट पर बैठीं रायपुर की बैंकर अंकिता सिंह के सामने कहा कि वह सपरिवार अपने गांव बाबूपट्टी जाएंगे। वहां स्कूल खुलवाने जैसे सामाजिक कार्य भी कराएंगे। एपीसोड के प्रसारण में हुआ यूं कि अंकिता के जौनपुर निवासी मौसा ने मीराबाई के पति भोजराज के घराने से जुड़ा एक सवाल किया, जिस पर बातचीत के दौरान अमिताभ ने यह बातें कहीं। उधर पैतृक गांव के लोगों को भी इसकी जानकारी हुई तो फूले नहीं समा रहे हैं। ग्रामीण पलक पांवड़े बिछाकर उनके स्‍वागत को तैयार हैं।  

अपने नाम से जुड़ा किस्सा भी सुनाया

इसके पहले इसी सीजन के एक एपीसोड में बिग बी ने इलाहाबाद की चर्चा की। हॉट सीट पर बैठी प्रतिभागी से उन्होंने अपना नाम इंकलाब और अमिताभ होने से जुड़ी कहानी सुनाई। बताया कि 1942 में स्वाधीनता आंदोलन के दौरान जगह-जगह जुलूस-प्रदर्शन हो रहे थे। तब इलाहाबाद के चौक में निकले एक जुलूस को देखने उनकी मां भी पहुंच गईं। वहां इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे। उस वक्त वह आठ माह की गर्भवती थीं। बाद में परिवार में आए किसी अतिथि ने इस बात को लेकर कहा कि यदि बेटा हुआ तो नाम इंकलाब रखा जाए। हालांकि जन्म के बाद सुमित्रा नंदन पंत ने नामकरण अमिताभ कर दिया।


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