Ambulance Strike in Prayagraj: 102 व 108 एंबुलेंस कर्मचारी हड़ताल पर, स्वास्थ्य सेवा प्रभावित
Ambulance strike in Prayagraj एंबुलेंस कर्मियों का आरोप है कि नई कंपनी की ओर से एएलएस के 12 सौ कर्मचारियों को प्रदेश भर से निकाला जा रहा है। यह भी आरोप लगाया कि अभी तक एएलएस से कर्मियों को जितना मानदेय मिलता था नई कंपनी उससे कम दे रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। आज पूरे यूपी में सरकारी एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल है। इसका प्रयागराज में भी असर दिख रहा है। यहां के परेड मैदान में 102 और 108 नंबर की 96 एंबुलेंस परेड मैदान में रविवार की आधी रात से खड़ी हो गई हैं। इनके चालकों ने एंबुलेंस के पहिए जाम कर दिए हैं। यानी एंबुलेंस सेवा को रोक दिया है। अपनी मांगों को लेकर उनकी सरकार से मांग है। सरकारी एंबुलेंस सेवा बंद होने से प्रयागराज में स्वास्थ्य सेवा पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। मरीजों को अस्पताल पहुंचने में दिक्कत हो रही है।
सरकार द्वारा ठेका बदलने से आक्रोशित हैं एंबुलेंस कर्मी
एएएलएस यानी एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम की तीन एजेंसियों की एंबुलेंस चलती हैं। इनकी संख्या प्रदेश में 250 बताई जाती है, जबकि प्रयागराज में 96 एंबुलेंस संचालित होती है। प्रयागराज की 96 एंबुलेंस को कल रात 12 बजे से संगम क्षेत्र के परेड मैदान में खड़ी कर कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि ठेका सरकार ने बदल दिया है। अभी तक जीवीकेएमआरआइ के पास ठेका था। हालांकि अब जेडएचएल को ठेका दे दिया गया है।
नई कंपनी पर मानदेय कम देने का लगाया आरोप
एंबुलेंस कर्मियों का आरोप है कि नई कंपनी की ओर से एएलएस के 12 सौ कर्मचारियों को प्रदेश भर से निकाला जा रहा है। यह भी आरोप लगाया कि अभी तक एएलएस अपने कर्मियों को 13700 रुपये देती थी। वहीं नई कंपनी 10700 रुपये ही दे रही है। इसी बात का विरोध करने के लिए हड़ताल की गई है। बताया कि इस मामले को लेकर प्रदेश भर में 23, 24 और 25 से ही एंबुलेंस कर्मी शांतिपूर्वक विरोध कर रहे थे। जब बात नहीं बनी तो मजबूरी में शनिवार की रात 12 बजे से एंबुलेंस के पहिए को रोककर हड़ताल पर हैं। कहा कि यह विरोध आगे भी जारी रहेगा, जब तक उनकी मांगें नहीं पूरी हो जातींं।
प्रतापगढ़ में भी एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर हैं
प्रतापगढ़ में भी एंबुलेंस कर्मी सोमवार को हड़ताल पर हैं। वहां भी स्वास्थ्य व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। हड़ताल कर रहे एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि सरकार एंबुलेंस कर्मियों का उत्पीड़न कर रही है। कोविड-19 की विषम परिस्थिति में एंबुलेंस कर्मियों ने अपनी जान पर खेल कर लोगों की जान बचाई थी। वहीं अब उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। जीवनदायिनी संघ के अध्यक्ष मधुकर सिंह ने बताया कि केवल एक-एक एंबुलेंस तहसील स्तर पर चलाई जा रही है l