Aman Murder Case: घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद ही करीबी पर गहरा गया था संदेह, प्रयागराज पुलिस की तहकीकात
Aman Murder Case फोरेसिंक टीम से पड़ताल करवाई लेकिन खून का धब्बा नहीं मिला। ऐसे में यह स्पष्ट हो गया कि चारपाई पर ही सोते समय उसे मौत के घाट उतार दिया गया। इसके बाद उसे रजाई से ऐसे ढका गया कि लोग यह समझे कि वह सो रहा हो।
प्रयागराज, जेएनएन। जनपद में कौंधियारा थाना क्षेत्र के बड़गोहना कला गांव में बुधवार देर रात राम प्रकाश बिंद उर्फ गुलाब के पुत्र अमन (14) की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने गुरुवार सुबह जब घटनास्थल का निरीक्षण किया तभी करीबी से संदेह गहरा गया था। पुलिस को पूरा यकीन हो गया था कि इसमें किसी खास करीबी का ही हाथ है। जिस प्रकार हत्या की गई और अमन किसी प्रकार का संघर्ष नहीं कर सका, उससे करीबी पर संदेह होना लाजिमी भी था। पुलिस ने कड़ी से कड़ी को जोड़ा और पूरे मामले के राजफाश तक पहुंच गई।
कहीं भी खून का छींटा तक नहीं था
जिस कमरे में अमन की लाश पाई गई, वहां कहीं भी खून का छींटा तक नहीं था। पुलिस ने चारपाई के आसपास जमीन को बड़ी बरीकी से देखा। फोरेसिंक टीम से पड़ताल करवाई, लेकिन खून का धब्बा नहीं मिला। ऐसे में यह स्पष्ट हो गया कि चारपाई पर ही सोते समय उसे मौत के घाट उतार दिया गया। इसके बाद उसे रजाई से ऐसे ढका गया कि लोग यह समझे कि वह सो रहा हो।
बहन के बार-बार बयान बदलने से संदेह हुआ पुख्ता
अमन की बड़ी बहन ही घटना के समय उस कमरे में थी। वह बगल की चारपाई पर सो रही थी। पुलिस ने पहली बार उसससे पूछताछ की तो उसने बताया कि घटना वाली रात करीब नौ बजे वह घर के बाहर जल रहे अलाव को तापकर सोने चली गई थी। अमन कमरे में कब आकर सोया उसे पता नहीं। देर रात क्या हुआ, यह भी उसे मालुम नहीं। दूसरे दिन गुरुवार सुबह वह सो कर उठी और अपने कामकाज में लग गई। पिता का फोन आया तो वह अमन को जागने पहुंची और तब उसकी हत्या की जानकारी हुई। इसके बाद पुलिस ने उससे कई बार पूछताछ की तो उसके बयान में विरोधाभास नजर आया और यहीं से संदेह गहराता चला गया।