Saraswati Hitech City में आवासीय प्लाटों पर आवंटियों को कब्जा फरवरी में मिलेगा, मार्च से औद्योगिक का आवंटन
प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना सरस्वती हाईटेक सिटी का विकास करीब 1140 एकड़ भूमि पर हो रहा है। इसमें औद्योगिक शैक्षिक आवासीय एवं कार्मिशयल गतिविधियों के विकास के लिए इसे 14 सेक्टरों में बांटा गया है। इस परियोजना का विकास चार चरणों में होना है।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीसीडा) द्वारा औद्योगिक क्षेत्र, नैनी में विकसित किए जा रहे सरस्वती हाईटेक सिटी में आवासीय प्लाटों पर आवंटियों को कब्जा अगले महीने से देने की तैयारी है। जबकि औद्योगिक प्लाटों का आवंटन मार्च महीने से शुरू होने की उम्मीद है, क्योंकि तब तक पहले फेज का सभी काम पूरा हो जाएगा।
सरस्वती हाईटेक सिटी प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है
प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना सरस्वती हाईटेक सिटी का विकास करीब 1140 एकड़ भूमि पर हो रहा है। इसमें औद्योगिक, शैक्षिक, आवासीय एवं कार्मिशयल गतिविधियों के विकास के लिए इसे 14 सेक्टरों में बांटा गया है। इस परियोजना का विकास चार चरणों में होना है। पहले चरण में आवासीय सेक्टर नौ, 12, 12 ए एवं 14, औद्योगिक सेक्टर तीन एवं चार में सिविल कार्य 31 दिसंबर को पूरा कर लिया गया है। बिजली संबंधी काम मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है। वहीं, यूपीसीडा आठ सौ उन आवंटियों के प्लाटों की रजिस्ट्री कराकर अगले महीने के आखिरी सप्ताह से कब्जा देना शुरू कर देगा, जिन्होंने आवासीय प्लाटों का आवंटन कराया है।
औद्योगिक भूखंडों की कीमत 9900 रुपये वर्ग गज है
औद्योगिक भूखंडों के लिए आवंटन के लिए मार्च महीने के आखिरी में आवेदन प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। औद्योगिक भूखंडों की कीमत 9900 रुपये वर्ग गज है। पहले फेज में 1614 आवासीय और 46 औद्योगिक भूखंड हैं। दूसरे फेज में मिश्रित भू उपयोग के 65 और छह औद्योगिक भूखंड हैं। यूपीसीडा के रीजनल मैनेजर मयंक मंगल का कहना है कि आवासीय आवंटियों के प्लाटों की रजिस्ट्री कराकर अगले महीने के आखिरी से कब्जा देने का काम शुरू कर दिया जाएगा। मार्च के अंत से औद्योगिक प्लाटों का आवंटन भी शुरू कर दिया जाएगा।