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इलाहाबादी सेबिया अमरूद की अब दूसरे राज्यों में भी सेबिया रंग में हो सकेगी पैदावार

भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान लखनऊ के वैज्ञानिकों ने इलाहाबादी सेबिया अमरूद की पैदावार को लेकर ऐसा शोध पूरा किया है जिससे कि अब यह अमरूद प्रयागराज के अलावा दूसरे राज्यों में भी इसी रंग में होगा। इसके पौधे भी अब तैयार हो रहे हैं

By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 01:27 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 01:27 PM (IST)
इलाहाबादी सेबिया अमरूद की अब दूसरे राज्यों में भी सेबिया रंग में हो सकेगी पैदावार
खुसरोबाग में विकसित की गई अमरूद की नई प्रजाति के 80 पेड़ खुसरोबाग में मदर प्लांट के लिए लाए गए

वीरेंद्र द्विवेदी, प्रयागराज। इलाहाबादी सेबिया अमरूद दुनिया भर में अपने स्वाद और विशेष रंग के लिए जाना जाता है। ऐसा अमरूद प्रयागराज के अलावा अब तक अन्य राज्यों में नहीं हुआ है। लेकिन भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान लखनऊ के वैज्ञानिकों ने इलाहाबादी सेबिया अमरूद की पैदावार को लेकर ऐसा शोध पूरा किया है, जिससे की अब यह अमरूद प्रयागराज के अलावा दूसरे राज्यों में भी इसी रंग में होगा। भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान लखनऊ ने अपने अलग-अलग राज्यों में खुले सेंटरों पर इस प्रजाति के अमरूद के रंग और पैदावार को लेकर सात वर्ष बाद शोध को पूरा कर लिया है।

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दो साल में मिलने लगेगा नई प्रजाति का फल

शोध में तैयार सेबिया अमरूद की नई प्रजाति को औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र खुसरोबाग में मदर प्लांट के लिए 80 पौधे लगाए गए हैं। सेबिया अमरूद की नई प्रजाति में दो वर्ष में ही फल मिलने लगेगा। खुसरोबाग के मुख्य उद्यान विशेषज्ञ डा.कृष्ण मोहन चौधरी और उद्यान विशेषज्ञ वीके सिंह ने बताया कि भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान लखनऊ के वैज्ञानिकों ने अपने बिहार, बंगाल,मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के सेंटर में 2013 से शोध शुरू किया था। जिसको हाल ही में पूरा किया गया है। बताया कि सेबिया अमरूद की नई प्रजाति के अलावा खुसरोबाग में अलग-अलग 14 किस्म में अमरूद के मदर प्लांट लगाए गए हैं।

तैयार किए जाएंगे पांच हजार से अधिक पौधे

खुसरोबाग में सेबिया अमरूद के नई प्रजाति के मदर प्लांट से पांच हजार पौधे तैयार किए जाएंगे। साल दर साल पौधों के उत्पाद की संख्या बढ़ाई जाएगी। बताया कि खुसरोबाग से सेबिया के नई किस्म के पौधों की बिक्री छह माह के भीतर शुरू हो जाएगी।

- अमरूद की खेती जिले में लगभग 1400 हेक्टेयर में होती है

- 3100 मीट्रिक टन पिछले वर्ष हुई थी अमरूद की पैदावार

यह प्रजाति हैं

सेबिया अमरूद, इलाहाबाद सुर्खा, धारीदार, अर्का मृदुला, ललित, इलाहाबादी सफेदा, सेबिया चित्तीदार, कोहिर, लखनऊ 49,थाईपिंक, आदि किस्म के प्रजाति की नर्सरी तैयार की जा चुकी है।

इन देशों में जाता है अमरूद

इलाहाबादी सेबिया अमरूद की मांग विदेश में भी है। खुसरोबाग के तकनीकी विशेषज्ञ वीके सिंह ने बताया कि अमेरिका, इंग्लैंड, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, इराक, बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान, कुवैत, चीन सहित कई प्रमुख देशों में यहां के अमरूद की मांग है।

मुख्य उद्यान विशेषज्ञ का है कहना

सेबिया अमरूद का शोध लखनऊ में पूरा किया गया है। खुसरोबाग अमरूद का मुख्य सेंटर है जिस कारण से यहां भी मदर प्लांट के लिए पौधे आए हैं। चुनिंदा राज्यों में भी सेबिया अमरूद होगा।

डॉ कृष्ण मोहन चौधरी, मुख्य उद्यान विशेषज्ञ, औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र खुसरोबाग, प्रयागराज।


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