इलाहाबाद राज्य विवि में संचालित होंगे प्रोफेशनल पाठ्यक्रम
प्रोफेशनल स्टडीज के कोर्स रोजगार की दृष्टि से होंगे लाभप्रद वर्तमान सत्र से संचालन की योज
प्रोफेशनल स्टडीज के कोर्स रोजगार की दृष्टि से होंगे लाभप्रद
वर्तमान सत्र से संचालन की योजना पर चल रहा मंथन
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : वर्तमान सत्र से इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय में दर्जनों व्यवसायिक पाठ्यक्रम शुरू होंगे। मुख्य कैंपस में प्रोफेशनल स्टडीज के ऐसे दर्जनभर स्कूलों की स्थापना होगी जिनमें सैकड़ों की संख्या में प्रोफेशनल कोर्स संचालित किये जाएंगे। कौशल विकास एवं व्यवसायिक शिक्षा के माध्यम से छात्रों में करियर से जुड़ने के लिए आत्मविश्वास पैदा करना लक्ष्य होगा।
इलाहाबाद राज्य विवि में परंपरागत कोर्स के अतिरिक्त बड़ी संख्या में प्रोफेशनल कार्यक्रमों को समाहित किया जाएगा। कुलपति प्रो. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि विवि का मुख्य परिसर बनने के साथ ही इसमें शैक्षिक गतिविधियां विस्तार पाएंगी। फिलहाल विश्वविद्यालय में विभिन्न स्कूल समाहित होंगे। इसमें नर्सिग, सिनेमा एवं नाट्य अध्ययन, प्रोफेशनल उर्दू, फिजियोथिरेपी, टेक्सटाइल, फारेंसिक स्टडीज, डिजास्टर मैनेजमेंट, आयुर्वेद-यूनानी, एग्रीकल्चरल स्टडीज सहित पॉपुलर कोर्स का संचालन किया जाएगा। इसमें पीजी, स्नातक डिग्री, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा एवं प्रमाणपत्र कार्यक्रम शामिल होंगे। कौशल विकास एवं व्यवसायिक शिक्षा के माध्यम से कला, विज्ञान, वाणिज्य एवं विधि वर्ग से छात्रों के लिए रोजगारपरक पाठ्यक्रमों का संचालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कौशल विकास नीति का लक्ष्य, सभी व्यक्तियों को अच्छे रोजगार सुलभ कराने तथा विश्व बाजार में भारत की प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें उन्नत कौशल, ज्ञान तथा योग्यताओं के माध्यम से सक्षम बनाना है। इस योजना के माध्यम से युवाओं, महिलाओं एवं वंचित वर्ग के छात्रों को कौशल विकास का विधिवत प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन कोर्स की खास बात यह होगी कि बाजार की वर्तमान तथा बढ़ रही रोजगार आवश्यकताओं को देखते हुए इसका कोर्स तैयार किया जाएगा। सरस्वती हाईटेक सिटी में प्रस्तावित विवि के मुख्य परिसर के बनते ही वहां पर शैक्षिक गतिविधियां भी विस्तार लेंगी।
पर्सनालिटी फोटो
फौजियों के लिए शुरू होंगे विशेष कोर्स
कार्यरत एवं सेवानिवृत्त फौजियों को रोजगार से जोड़ने के लिए राज्य विश्वविद्यालय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है। 17 अप्रैल को इस संबंध में सेना और विश्वविद्यालय के साथ मीटिंग होगी। इसमें सेना से जुड़े लोगों कर व्यक्तित्व विकास एवं प्रोफेशनल प्रशिक्षण को भी जोड़ दिया गया है। हमारा उद्देश्य होगा कि सैनिक यूजी, पीजी और व्यावसायिक डिग्री जब प्राप्त करें उनके सामने रोजगार की समस्या न हो। हमारा उद्देश्य है कि सैनिक अपने पदों पर पूरे आत्मविश्वास के साथ काम कर सके।
प्रो. राजेंद्र प्रसाद,
कुलपति, इलाहाबाद राज्य विवि।