Prayagraj Coronavirus News: अस्पतालों में व्यवस्थाएं पुरानी ही है, ऐसे में फिजिकल डिस्टनसिंग कैसे हो पूरी
Prayagraj Coronavirus News स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में पंजीकरण काउंटर केवल तीन खुल रहे हैं जांच शुल्क जमा करने के लिए दो ही काउंटर ही हैं जबकि अस्पताल में अब ओपीडी में लगभग दो हजार लोग आने लगे हैं। इससे लोगों को परेशानी हो रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। सरकार का इस गाइडलाइन पर जोर है कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए लोग आपस मे दो गज दूरी बनाए रहें। हालांकि सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाएं ही ऐसी हैं, जिससे फिजिकल डिस्टनसिंग पूरी हो पाना संभव नहीं नजर आ रहा है। प्रयागराज के सबसे बड़े अस्पताल स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में लोगों के एक दूसरे से सट कर खड़े होने की मजबूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि भीड़ अधिक हो रही है और पंजीकरण से लेकर जांच शुल्क काउंटर तक नहीं बढ़ाए गए हैं।
एसआरएन अस्पताल की ओपीडी में हो रही है भीड़
स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय (एसआरएन अस्पताल) में पंजीकरण काउंटर केवल तीन खुल रहे हैं। जांच शुल्क जमा करने के लिए दो ही काउंटर ही हैं, जबकि अस्पताल में अब ओपीडी में लगभग दो हजार लोग आने लगे हैं। इससे लोगों को परेशानी हो रही है। कतार में एक दूसरे से सट कर खड़े होना लोगों की मजबूरी बन जाती है। यही हाल मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय का भी है। यहां पंजीकरण काउंटर से लेकर ओपीडी कक्ष तक कहीं भी फिजिकल डिस्टनसिंग का पालन नहीं हो रहा है।
अस्पताल के अधिकारी बोले, व्यवस्था के लिए गार्ड तैनात हैं
अस्पताल में प्रतापगढ़ से अपने बेटे को दिखाने आए जगदीश मौर्य तो अस्पताल प्रशासन पर बिफर पड़े। उनहोंने कहा कि जहां हजारों लोगों को आना ही है वहां तो इंतजाम बढ़ाना अस्पताल प्रशासन का ही काम है। कॉल्विन की सीएमएस डॉक्टर सुषमा श्रीवास्तव और एसआरएन के एसआइसी अरुण श्रीवास्तव कहते हैं कि इंतजाम पूरे हैं, काउंटर पर फिजिकल डिस्टनसिंग रखवाने के लिए गार्ड लगाए गए हैं।