तीसरी आंख से इलाहाबाद जंक्शन परिसर की होगी निगरानी
इलाहाबाद जंक्शन परिसर की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जाएगी। जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर सीसीटीवी कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया गया।
By Edited By: Published: Sat, 18 May 2019 05:47 PM (IST)Updated: Sat, 18 May 2019 05:48 PM (IST)
प्रयागराज, प्रयागराज : अब इलाहाबाद जंक्शन के सभी प्लेटफॉर्म और पूरे सरकुलेटिंग एरिया की निगरानी सीसीटीवी से होगी। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने प्लेटफॉर्म एक पर सीसीटीवी कंट्रोल सेंटर का शुभारंभ किया। इसके अलावा पुराने कैश ऑफिस के स्थान पर नवनिर्मित क्यूबिकल केबिन युक्त कार्यालय, लोको पायलटों को सहज जानकारी उपलब्ध कराने के लिए ई-बुक (टैबलेट) का विमोचन किया।
लोको पायलटों को अपनी पसंद के कमरों को स्वयं बुक करने की सुविधा के लिए रनिंग रूम सेल्फ बुकिंग प्रणाली का भी शुभारंभ किया। यात्रियों की सुरक्षा और इलाहाबाद जंक्शन की हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 143 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। इन्हीं कैमरों की प्रभावी मॉनीटरिंग के लिए नया सीसीटीवी कंट्रोल रूम का शुभारंभ जीएम ने किया। कंट्रोल रूम में कैमरों की मॉनीटरिंग के लिए 65 इंच के 12 डिस्प्ले मॉनीटर लगाए गए हैं। दो डिस्प्ले मॉनीटर का एक ग्रुप बनाया गया है जिसमें एक मॉनीटर से 25 सीसीटीवी कैमरों की गतिविधि एक साथ प्रदर्शित होगी।
कैसे होगी मानिटरिंग
मॉनीटरिंग के लिए छह ग्रुप बनाए गए है। प्रथम ग्रुप में चारों आश्रयों एवं एरिया में लगाए गए 25 कैमरे हैं। द्वितीय ग्रुप में सिटी साइड सरकुलेटिंग एरिया एवं प्लेटफॉर्म एक पर 25 कैमरे लगाए गए हैं। तृतीय ग्रुप में प्लेटफॉर्म 2, 3 एवं 4, 5 पर 25 कैमरे लगाए गए हैं। चतुर्थ ग्रुप में सिविल लाइंस साइड सरकुलेटिंग एरिया, प्लेटफॉर्म छह तथा फुट ओवरब्रिज पांच पर 25 कैमरे लगाए गए हैं। पंचम ग्रुप में एफओबी एक, दो, तीन तथा चार पर 25 कैमरे लगाए गए हैं।
सीसीटीवी कैमरों की स्टोरेज क्षमता 30 दिन की है
छठें ग्रुप में प्लेटफार्म सात, आठ एवं नौ व 10 पर 18 कैमरे लगाए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों की स्टोरेज क्षमता 30 दिन की है। सेंटर के माध्यम से स्टेशन की हर गतिविधि पर रेल सुरक्षा बल कर्मी 24 घटे मॉनीटरिंग करेंगे। जिससे स्टेशन परिक्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगेगा। हुए कई बदलाव: पुराने कैश ऑफिस के स्थान पर क्यूबिकल केबिन युक्त कार्यालय बनाया गया। इसमें लगभग 565 वर्ग मीटर क्षेत्र में 20 केबिन बनाई गई है।
रनिंग रूम सेल्फ बुकिंग सिस्टम शुरू
प्लेटफॉर्म एक पर स्थित क्रू बुकिंग लॉबी में ई-बुक (टैबलेट) और रनिंग रूम सेल्फ बुकिंग सिस्टम शुरू हुआ है। अभी तक लोको पायलट को अपने टूल बॉक्स में परिचालन से संबंधित कई किताबों जैसे सामान्य एवं उपनियम, ट्रबल शूटिंग डायरेक्टरी, एक्सीडेंट मैनुअल, सिग्नल लोकेशन बुक, सेफ्टी सर्कुलर, वर्किग टाइम टेबल, टेक्निकल सर्कुलर आदि को अपने पास रखना होता है।
ई-बुक तैयार की गई
इन सभी किताबों का डिजिटलाइजेशन करते हुए अब ई-बुक तैयार की गई है। दस लोको पायलटों को ई-बुक युक्त टैबलेट दिया गया। प्रथम चरण में मंडल के वरिष्ठ 200 लोको पायलटों को टैबलेट दिया जाएगा। शेष एक हजार मेल व एक्सप्रेस लोको पायलटों को भी टैबलेट दिया जाएगा। लोको पायलटों के लिए रनिंग रूम सेल्फ बुकिंग प्रणाली भी शुरू हुई। इस अवसर पर मुख्यालय के सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष, मंडल रेल प्रबंधक अमिताभ समेत मुख्यालय एवं मंडल के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
लोको पायलटों को अपनी पसंद के कमरों को स्वयं बुक करने की सुविधा के लिए रनिंग रूम सेल्फ बुकिंग प्रणाली का भी शुभारंभ किया। यात्रियों की सुरक्षा और इलाहाबाद जंक्शन की हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 143 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। इन्हीं कैमरों की प्रभावी मॉनीटरिंग के लिए नया सीसीटीवी कंट्रोल रूम का शुभारंभ जीएम ने किया। कंट्रोल रूम में कैमरों की मॉनीटरिंग के लिए 65 इंच के 12 डिस्प्ले मॉनीटर लगाए गए हैं। दो डिस्प्ले मॉनीटर का एक ग्रुप बनाया गया है जिसमें एक मॉनीटर से 25 सीसीटीवी कैमरों की गतिविधि एक साथ प्रदर्शित होगी।
कैसे होगी मानिटरिंग
मॉनीटरिंग के लिए छह ग्रुप बनाए गए है। प्रथम ग्रुप में चारों आश्रयों एवं एरिया में लगाए गए 25 कैमरे हैं। द्वितीय ग्रुप में सिटी साइड सरकुलेटिंग एरिया एवं प्लेटफॉर्म एक पर 25 कैमरे लगाए गए हैं। तृतीय ग्रुप में प्लेटफॉर्म 2, 3 एवं 4, 5 पर 25 कैमरे लगाए गए हैं। चतुर्थ ग्रुप में सिविल लाइंस साइड सरकुलेटिंग एरिया, प्लेटफॉर्म छह तथा फुट ओवरब्रिज पांच पर 25 कैमरे लगाए गए हैं। पंचम ग्रुप में एफओबी एक, दो, तीन तथा चार पर 25 कैमरे लगाए गए हैं।
सीसीटीवी कैमरों की स्टोरेज क्षमता 30 दिन की है
छठें ग्रुप में प्लेटफार्म सात, आठ एवं नौ व 10 पर 18 कैमरे लगाए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों की स्टोरेज क्षमता 30 दिन की है। सेंटर के माध्यम से स्टेशन की हर गतिविधि पर रेल सुरक्षा बल कर्मी 24 घटे मॉनीटरिंग करेंगे। जिससे स्टेशन परिक्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगेगा। हुए कई बदलाव: पुराने कैश ऑफिस के स्थान पर क्यूबिकल केबिन युक्त कार्यालय बनाया गया। इसमें लगभग 565 वर्ग मीटर क्षेत्र में 20 केबिन बनाई गई है।
रनिंग रूम सेल्फ बुकिंग सिस्टम शुरू
प्लेटफॉर्म एक पर स्थित क्रू बुकिंग लॉबी में ई-बुक (टैबलेट) और रनिंग रूम सेल्फ बुकिंग सिस्टम शुरू हुआ है। अभी तक लोको पायलट को अपने टूल बॉक्स में परिचालन से संबंधित कई किताबों जैसे सामान्य एवं उपनियम, ट्रबल शूटिंग डायरेक्टरी, एक्सीडेंट मैनुअल, सिग्नल लोकेशन बुक, सेफ्टी सर्कुलर, वर्किग टाइम टेबल, टेक्निकल सर्कुलर आदि को अपने पास रखना होता है।
ई-बुक तैयार की गई
इन सभी किताबों का डिजिटलाइजेशन करते हुए अब ई-बुक तैयार की गई है। दस लोको पायलटों को ई-बुक युक्त टैबलेट दिया गया। प्रथम चरण में मंडल के वरिष्ठ 200 लोको पायलटों को टैबलेट दिया जाएगा। शेष एक हजार मेल व एक्सप्रेस लोको पायलटों को भी टैबलेट दिया जाएगा। लोको पायलटों के लिए रनिंग रूम सेल्फ बुकिंग प्रणाली भी शुरू हुई। इस अवसर पर मुख्यालय के सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष, मंडल रेल प्रबंधक अमिताभ समेत मुख्यालय एवं मंडल के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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