Move to Jagran APP

अस्पताल में नहीं मिला इलाज, इलाहाबाद हाई कोर्ट के संयुक्त निबंधक व उप निबंधक की कोरोना ने ली जान

इनके पहले पूर्व प्रधान निजी सचिव/निबंधक केएस त्रिपाठी और समीक्षा अधिकारी बृजेश कुमार की मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण हो चुकी है। महानिबंधक आशीष गर्ग भी कोरोना संक्रमित हैं। वह होम आइसोलेट हैैं। लगभग तीन सौ अधिवक्ता भी संक्रमण से जूझ रहे हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 09:55 PM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 09:55 PM (IST)
अस्पताल में नहीं मिला इलाज, इलाहाबाद हाई कोर्ट के संयुक्त निबंधक व उप निबंधक की कोरोना ने ली जान
कोरोना संक्रमित इलाहाबाद हाई कोर्ट के संयुक्त निबंधक और उप निबंधक की मृत्यु हो गई।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना संक्रमित इलाहाबाद हाई कोर्ट के संयुक्त निबंधक और उप निबंधक की मृत्यु हो गई। चिंताजनक स्थिति यह रही कि दोनों को इलाज कराने के लिए प्रयागराज के अस्पतालों में बेड नहीं मिला। संयुक्त निबंधक विंध्येश पांडेय वाराणसी के एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे थे। गुरुवार शाम उन्होंने अंतिम सांस ली। उच्च न्यायालय कर्मचारी अधिकारी संघ के महासचिव बृजेश शुक्ल ने बताया कि संयुक्त निबंधक को प्रयागराज में बेड नहीं मिला तो उन्हें वाराणसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जीवन रक्षक दवाओं का जद्दोजहद के बाद इंतजाम करने के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। मूलत: देवरिया के निवासी विंध्येश हाई कोर्ट के डिजिटाइजेशन सेंटर में तैनात थे।

loksabha election banner

उप निबंधक ने अस्पताल के सामने त्यागे प्राण

उधर फाफामऊ, प्रयागराज के निवासी उप निबंधक राजेश पाल की मृत्यु अस्पतालों का चक्कर लगाते हो गई। उन्हें भी अस्पताल में बेड नसीब नहीं हुआ। उनका स्वास्थ्य रात तीन बजे खराब हुआ। उन्हें तेजबहादुर सप्रू (बेली) चिकित्सालय ले जाया गया। वहां यह कहते हुए भर्ती से इन्कार कर दिया गया कि सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था के तहत आएं और आरटीपीसीआर की पॉजिटिव रिपोर्ट दें। पाल की एंटीजेन रिपोर्ट निगेटिव थी। इसके बाद उन्हें शहर के अन्य अस्पतालों में ले जाया गया, लेकिन, कहीं भर्ती नहीं किया गया। कुछ देर बाद जार्जटाउन स्थित एक अस्पताल के सामने उनकी मृत्यु हो गई। इनके पहले पूर्व प्रधान निजी सचिव/निबंधक केएस त्रिपाठी और समीक्षा अधिकारी बृजेश कुमार की मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण हो चुकी है। महानिबंधक आशीष गर्ग भी कोरोना संक्रमित हैं। वह होम आइसोलेट हैैं। लगभग तीन सौ अधिवक्ता भी संक्रमण से जूझ रहे हैं। अब तक हाई कोर्ट के 50 से अधिक अधिवक्ताओं की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो चुकी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.