Move to Jagran APP

खाद्य सामग्रियों की बिक्री को भी लग गई है 'ठंड', प्रयागराज में 30 फीसद तक आई गिरावट

सरसों का तेल पिछले सप्ताह 2150 रुपये (15 लीटर टीन) था। इस हफ्ते 2120 रुपये हो गया है। पामोलीन का जो रेट 1850 रुपये (15 किलो टीन) था अब बढ़कर 1770 रुपये और सोयाबीन फार्च्‍यून यानी रिफाइंड 1960 रुपये (15 किलो टीन) की जगह अब 1930 रुपये हो गया है।

By Brijesh Kumar SrivastavaEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 09:13 AM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 09:13 AM (IST)
खाद्य सामग्रियों की बिक्री को भी लग गई है 'ठंड', प्रयागराज में 30 फीसद तक आई गिरावट
कड़ाके की ठंड का असर प्रयागराज में दिख रहा है। खाद्य सामग्रियों की मांग कम हो गई है।

प्रयागराज, जेएनएन। कड़ाके की ठंड और कोहरे के कारण प्रयागराज जनपद में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं ठंड का खाद्य सामग्रियों की बिक्री पर भी व्यापक असर पड़ा है। यानी यूं कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी कि बिक्री को भी ठंड लग गई है। इसकी वजह से खाद्य सामग्रियों की बिक्री में करीब 25 से 30 फीसद तक गिरावट दर्ज हुई है। वहीं, पामोलीन, रिफाइंड, सरसों का तेल, डालडा की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है।

loksabha election banner

जानें सरसों के तेल, पामोलीन और रिफाइंड का दाम

सरसों के तेल की कीमत पिछले सप्ताह 2150 रुपये (15 लीटर टीन) थी। वहीं इस हफ्ते इसका रेट 2120 रुपये हो गया है। पामोलीन का जो रेट 1850 रुपये (15 किलो टीन) था, अब बढ़कर 1770 रुपये और सोयाबीन फार्च्‍यून यानी रिफाइंड 1960 रुपये (15 किलो टीन) की जगह अब 1930 रुपये हो गया है। इसी प्रकार डालडा का रेट भी गिर कर 1550 रुपये (15 किलो टीन) की जगह अब 1520 रुपये हो गया है। फुटकर में तेल 140 रुपये प्रति किलो, रिफाइंड 125 से 130 प्रति किलो, पामोलीन 120 से 125 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है।

ठंड के कारण दूरदराज के व्यापारियों नहीं आ रहे थोक मंडी

इसी प्रकार थोक में अरहर की दाल 83 से 85 रुपये प्रति किलो है। वहीं फुटकर में इसका रेट 95 से 100 रुपये प्रति किलो है। आटा, मैदा, सूजी, चीनी के रेट यथावत है। मुट्ठीगंज में खाद्य सामग्रियों के थोक कारोबारी रमेश केसरवानी ने बताया कि तेल, पामोलीन, रिफाइंड, डालडा की कीमतों में कमी हुई है। ठंड के कारण दूरदराज के व्यापारियों के न आने से बिक्री में करीब 25 से 30 फीसद की गिरावट हुई है। मकर संक्रांति पर अच्छी खरीदारी होने का भी असर है। लोगों ने हफ्ते-10 दिन के सामान इकट्ठा खरीद लिया है, जिसकी वजह से बिक्री में इतनी गिरावट हुई है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.