माघ मेला में पांटून पुल तो बने लेकिन चकर्ड प्लेट वाली सड़कों का काम अधूरा
माघ मेले का पहला स्नान पर्व मकर संक्रांति को है। तब तक गंगा तीरे मेला बस जाएगा। मेला बसाने के लिए कई सरकारी विभागों को लगाया गया है। लोक निर्माण विभाग पांटून पुल और सड़क बना रहा है मेले में पांच पुलों का काम लगभग पूरा हो गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। माघ मेले में सभी तरह के निर्माण कार्य 31 दिसंबर तक पूरे करने थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अभी भी कई कार्य अधूरे हैं। उसे पूरे करने के लिए पांच जनवरी तक का समय अफसरों ने समय मांगा है। अधिकारियों को कहा गया है कि वह अतिरिक्त श्रमिक लगाकर काम जल्द करवाएं क्योंकि मेले में जमीन आवंटन का काम पूर होते हुए श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
पांच पुल तैयार लेकिन चकर्ड प्लेट की सड़कें हैं अधूरी
माघ मेले का पहला स्नान पर्व मकर संक्रांति को है। तब तक गंगा तीरे मेला बस जाएगा। मेला बसाने के लिए कई सरकारी विभागों को लगाया गया है। लोक निर्माण विभाग पांटून पुल और सड़क बना रहा है। माघ मेले में पांच पुलों का काम लगभग पूरा हो गया है। सभी पुलों पर चकर्ड प्लेट भी बिछ गई और आवागमन शुरू हो गया है। लेकिन मेला क्षेत्र में चकर्ड प्लेट की सड़कें अब तक नहीं बनी हैं। मेला में 16 मुख्य मार्ग और दर्जनों गाटा मार्ग हैं। सभी मुख्य मार्गों पर चकर्ड प्लेट की सड़कें नहीं बनी हैं। गाटा मार्गों पर काफी काम बाकी है। यह काम पूरा करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने पांच जनवरी तक का समय मांगा है।
इसके साथ ही अभी कई सेक्टरों में समतलीकरण का काम चल रहा है। गंगा में बाढ़ का पानी देर तक रुकने के कारण दलदल था। उस दलदल को सुखाने में समय लगा। बिजली का काम भी तेजी से चल रहा है। बिजली के खंभे हर सेक्टर में लगाए गए लेकिन बिजली की सप्लाई हर जगह नहीं हुई है। घाट बनाने का काम अब शुरू हुआ है। सिंचाई विभाग का काम भी धीमी गति से चल रहा है। मेला अधिकारी शेषमणि पांडेय ने बताया कि पांटून पुल पर आवागमन शुरू हो गया है। सड़कों का काम पूरा करने के लिए पांच जनवरी तक का समय दिया गया है। जमीन आवंटन का भी काम चल रहा है। जल्द ही सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे।