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कांग्रेस नेता अकरम की हत्या के बाद से फरार हैं सभी आरोपित, Prayagraj Police कर रही तलाश में छापेमारी

हत्याकांड को लेकर कनिहार गांव में तनाव व्याप्त है जिसको देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात की गई है। झूंसी थाना क्षेत्र के कनिहार गांव में मंगलवार रात यूथ कांग्रेस फूलपुर लोकसभा के उपाध्यक्ष मोहम्मद अकरम की भूमि विवाद में गोली मारकर हत्या की गई थी।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 08:27 PM (IST)Updated: Wed, 31 Mar 2021 08:27 PM (IST)
कांग्रेस नेता अकरम की हत्या के बाद से फरार हैं सभी आरोपित, Prayagraj Police कर रही तलाश में छापेमारी
पुलिस ने जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी में चार टीमें लगा दीं।

प्रयागराज, जेएनएन। कांग्रेस नेता मोहम्मद अकरम के हत्यारोपित अभी भी फरार हैं। बुधवार को झूंसी थाने की पुलिस और एसओजी ने अभियुक्तों की तलाश में कई जगह छापेमारी की, लेकिन कोई पकड़ में नहीं आया। पुलिस ने आरोपितों के परिवार के कुछ सदस्यों समेत कई युवकों को पूछताछ के लिए उठाया है। मोहम्मद रईस के दो वाहनों को भी पुलिस थाने उठाकर लाई है। अकरम के भाई गुलजार ने अपने मामा रईस, उसके पुत्र अयान, निजी सुरक्षा गार्ड करिया बिंद और चार अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

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गांव में तनाव, पुलिस फोर्स तैनात 

हत्याकांड को लेकर कनिहार गांव में तनाव बना हुआ है। इस वजह से वहां पुलिस फोर्स तैनात की गई है। झूंसी थाना क्षेत्र के कनिहार गांव में मंगलवार रात यूथ कांग्रेस फूलपुर लोकसभा के उपाध्यक्ष मोहम्मद अकरम की भूमि विवाद में गोली मारकर हत्या की गई थी। वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने तत्काल आरोपितों की तलाश में छापेमारी की, लेकिन कोई गिरफ्त में नहीं आया। इसी बीच अकरम की बीवी समेत अन्य ने पुलिस पर पूर्व में दर्ज मुकदमे में उचित कार्रवाई न करने का आरोप लगाया था। हत्याकांड के बाद बुधवार को भी बवाल की आशंका बनी रही। पोस्टमार्टम हाउस के बाद कांग्रेसियों ने हंगामा किया। इस पर पुलिस ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी में चार टीमें लगा दीं। 

अकरम के खिलाफ भी तीन मुकदमे 

कांग्रेस नेता अकरम के खिलाफ भी तीन मुकदमे दर्ज हैं। आर्म्स एक्ट और विस्फोटक अधिनियम के तहत उसके विरुद्ध शाहगंज, जार्जटाउन और झूंसी थाने में केस है। तीनों मुकदमे अलग-अलग समय पर लिखे गए हैं। अकरम ने कई साल तक सऊदी में नौकरी की थी और वहां से लौटने के बाद अपने मामा के साथ प्रापर्टी के कारोबार से जुड़ गया था। मगर जमीन के विवाद ने दोनों के बीच दुश्मनी की दीवार खड़ी कर दी। इसके बाद अकरम ने मामा समेत अन्य के विरुद्ध बीते माह जानलेवा हमले के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वहीं, हत्यारोपितों में शामिल करिया केवट के खिलाफ भी मुट्ठीगंज थाने में दो मुकदमे हैं।

घर लाया गया शव तो मचा कोहराम

पोस्टमार्टम के बाद बुधवार शाम जब अकरम का शव घर लाया गया तो कोहराम मच गया। पुलिस की मौजूदगी में स्वजन और ग्रामीण गम व गुस्से में डूबे रहे। बीवी गुडिय़ा बेसुध होकर बार-बार गिर जा रही थी और बच्चे भी बिखलते रहे। अकरम चार भाईयों में दूसरे नंबर पर था। तमाम कांग्रेसी और परिचित शोक जताने के लिए घर पहुंचे। 

एसपी गंगापार का है कहना

फरार हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश दे रही हैं और जल्द ही सभी को पकड़ लिया जाएगा। अकरम के खिलाफ भी अलग-अलग थाने में तीन मुकदमे दर्ज हैं। 

- धवल जायसवाल, एसपी गंगापार 


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