Move to Jagran APP

आलू के बाद अब प्याज केे रेट में भी आई गिरावट, जानें प्रयागराज की मंडी में भाव

मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि फतेहपुर और बांदा में प्याज की नई फसल तैयार होने और नासिक से पुरानी प्याज की आवक अधिक होने के कारण रेट गिर गया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 21 Dec 2020 03:02 PM (IST)Updated: Mon, 21 Dec 2020 03:02 PM (IST)
आलू के बाद अब प्याज केे रेट में भी आई गिरावट, जानें प्रयागराज की मंडी में भाव
प्रयागराज में आलू के बाद प्याज केे रेट में भी कमी आ गई है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज मेें आलू और मटर के बाद अब प्याज का रेट भी कम हो गया है। प्रयागराज केे साथ ही प्रतापगढ़ और कौशांबी जनपदों में सब्ज्यिों की फसल तैयार होने के कारण मुंडेरा मंडी में आवक बहुत ज्यादा हो गई है। इसकी वजह से सब्जियों के रेट में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है। इससेे सोमवार को नई आलू 9 रुपये से 10 रुपये प्रति किलो, मटर और टमाटर 10 से 12 रुपये प्रति किलो, प्याज 20 से 22 रुपये प्रति किलो बिकी। हरी सब्जियां तो 5 रुपये प्रति किलो के अंदर ही बिकीं। 

loksabha election banner

प्रयागराज की सब्‍जी मंडी मेें यह रहा रेट

तीन दिन पहले मंडी में नई आलू 13 से 15 रुपये प्रति किलो, मटर 18 से 25 रुपये प्रति किलो, टमाटर 15 से 16 रुपये प्रति किलो और प्याज 20 से 25 रुपये प्रति किलो में बिकी थी। वहीं सोमवार को किन सब्जियों के रेट में और गिरावट होने के कारण आलू 9-10 रुपये प्रति किलो बिकी। मटर और टमाटर 10 से लेकर 12 रुपये प्रति किलो और प्याज 20 से 22 रुपये प्रति किलो तक बिकी। फुटकर में आलू 75 रुपये में पांच किलो, मटर 25 से 30 रुपये प्रति किलो, टमाटर 20 से 25 रुपये प्रति किलो और प्याज 30-40 रुपये प्रति किलो बिक रही है। 

बोलेे, मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष 

मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि फतेहपुर और बांदा में प्याज की नई फसल तैयार होने और नासिक से पुरानी प्याज की आवक अधिक होने के कारण रेट गिर गया है। मटर, टमाटर, आलू, गोभी, बैगन, मूली पालक सोया मेथी समेत अन्य हरी सब्जियां आसपास से ही पर्याप्त मात्रा में आ रही हैं। इसकी वजह से इन सब्जियों की कीमत बेहद कम हो गई हैं। आलम यह है कि आवक के हिसाब से हरी सब्जियों की बिक्री न होने से काफी बर्बाद हो रही हैं। इससे किसानों को नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.