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हत्या करने के बाद फाफामऊ पुल से गंगा में फेंकी थी पिस्टल

करेली के सुनील प्रजापति की हत्या करने के बाद दोनों आरोपितों ने फाफामऊ पुल से पिस्‍टल गंगा नदी में फेंक दी थी। पकड़े जाने के बाद उन्‍होंने पुलिस के समझ यह बात कबूली।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 15 Mar 2019 08:12 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 10:42 AM (IST)
हत्या करने के बाद फाफामऊ पुल से गंगा में फेंकी थी पिस्टल
हत्या करने के बाद फाफामऊ पुल से गंगा में फेंकी थी पिस्टल

प्रयागराज : करेली के भावापुर में हुई सुनील प्रजापति (32) की हत्या से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। सुनील को सचिन उर्फ विशाल और विजय ने मौत के घाट उतारा था। हत्या के बाद दोनों लखनऊ भाग गए थे। भागते वक्त आरोपितों ने पिस्टल को फाफामऊ पुल से गंगा में फेंक दिया था। सचिन और विजय पुलिस की हिरासत में हैं। दो दिनों से पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। मोबाइल कॉल डिटेल, लोकेशन और विवाद की कड़ी जोड़ते हुए पुलिस ने हत्याकांड से पर्दा उठा दिया।

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कैसे वारदात को दिया अंजाम

धूमनगंज थाना क्षेत्र के धुस्सा के रहने वाले बेनी प्रसाद प्रजापति का बेटा सुनील गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई में संविदा कर्मी था। सोमवार की शाम करेली के भावापुर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। बाइक से आए दो हमलावरों ने सुनील को तीन गोली मारी थी। मामले में सुनील के घरवालों ने धूमनगंज के रहने वाले सचिन उर्फ विशाल और विजय श्रीवास्तव को नामजद कर रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस टीमों ने छापामारी कर दोनों आरोपितों को उठा लिया।

आरोपितों ने बार-बार बदला बयान

दोनों आरोपित बार-बार बयान बदलते रहे। जांच में साफ हुआ कि सुनील की रंजिश महज विशाल और विजय से चल रही थी। दो साल तक विशाल सुनील की एक रिश्तेदार युवती के चक्कर में पड़ा था। इस बात को लेकर सुनील का झगड़ा हुआ था। सुनील के ससुर से भी विजय का विवाद हुआ था। अपने ससुराल वालों की सुनील लगातार पैरवी कर रहा था। एक बार उसने दोनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था। बाद में हमलावरों ने साजिश रख सुनील के खिलाफ खुल्दाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।

एफआर लगी तो आरोपितों को बात अखर गई

इस मामले एफआर लग गई तो विजय और सचिन को यह अखरने लगा। सुनील प्रजापति के चक्कर में ही विशाल ने गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के नैनी स्थित कार्यालय में घुसकर बवाल किया था। तब जेई पर फायङ्क्षरग भी हुई थी। इस मामले में भी सुनील पैरवी कर रहा था। पुलिस के मुताबिक, आरोपितों ने कबूल किया है कि जिस असलहे से सुनील की हत्या की गई वह फाफामऊ पुल से गंगा में फेंक दिया गया।

बोले एसएसपी

एसएसपी अतुल शर्मा ने कहा कि सुनील के घरवालों ने दोनों को नामजद किया है। जांच में इन्हीं दोनों से सुनील का विवाद भी सामने आया है। सारे साक्ष्य इन दोनों के खिलाफ हैं। साफ है कि हत्या इन्हीं दोनों ने की है।


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