BPCL : वक्त तो लंबा लगा पर कामयाबी भी मिली, जानें कंपनी के नुकसान से परिचालन लाभ तक का सफर
BPCL यानी भारत पंप्स एंड कंप्रेशर्स लिमिटेड सरकारी उपक्रम है। बीपीसीएल तेल और परमाणु क्षेत्रों के लिए पंप व कंप्रेशर की आपूर्ति करता है। प्रयागराज में नैनी स्थित बीपीसीएल के दिन आठ साल बाद बहुरे हैं। आठ साल बाद ऑपरेटिंग प्राफिट हुआ है।
प्रयागराज, जेएनएन। जी हां, यह है भारत पंप्स एंड कंप्रेशर्स लिमिटेड (बीपीसीएल)। यह एकमात्र सरकारी उपक्रम है जो तेल और परमाणु क्षेत्रों के लिए पंप व कंप्रेशर की आपूर्ति करता है। प्रयागराज में नैनी स्थित बीपीसीएल के दिन आठ साल बाद बहुरे हैं। कंपनी का नुकसान भले ही पिछले तीन सालों से लगातार कम हो रहा है लेकिन, परिचालन लाभ (ऑपरेटिंग प्राफिट) वर्ष 2011-12 के बाद पहली बार हुआ है।
कंपनी पांच-छह करोड़ रुपये के आर्डर हर महीने पूरा कर रही
बीपीसीएल के श्रम शक्ति (मैन पावर) और वेज बिल में भी काफी कमी आई है। इससे कंपनी आत्मनिर्भर बनने की ओर फिर से अग्रसर होती दिखाई दे रही है। कंपनी को पंप और कंप्रेशर्स के स्पेयर पाट्र्स के आर्डर देश-दुनिया से मिल रहे हैं। ओएनजीसी, एनपीसीआइएल, आइओसीएल, सीपीसीएल आदि बीपीसीएल के संचालन के लिए उत्सुकता भी दिखाई हैं। कंपनी करीब पांच-छह करोड़ रुपये के आर्डर हर महीने पूरे भी कर रही है। इससे कर्मचारियों के वेतन, मेडिकल की सुविधा आसानी से मुहैया कराई जा रही है। कंपनी को आर्डर थोड़ी और गति से मिलने लगे तो यह और तेज दौडऩे लगेगी। हालांकि, पिछले वर्ष की तुलना में इस साल कंपनी की हर क्षेत्र में प्रगति हुई है।
बकाया देनदारियों के लिए 80 करोड़ की मांग
कंपनी नुकसान को कम करने में सफल हो रही है मगर बकाया देनदारियां नहीं दे पा रही है। इसके लिए करीब 80 करोड़ रुपये की मांग सरकार से की गई है।
इन आंकड़ों पर डालें एक नजर
वर्ष-2018-19 (करोड़ में) वर्ष 2019-20 (करोड़ में) वृद्धि (फीसद में)
उत्पादन 54.56 63 15.3
आर्डर मिला 40.59 55.10 35.8
नकद संग्रह 56.62 66.36 17.20
परिचालन लाभ 8.57 6.62 177 फीसद का सुधार
प्रति व्यक्ति जोड़ा गया मूल्य 15.4 21.33 38.5
नोट : आंकड़ा लाख में
बोले, बीपीसीएल के सीजीएम
बीपीसीएल के सीजीएम रतन प्रकाश कहते हैं कि पिछले तीन वर्षों में कंपनी के वित्तीय मामलों में लगातार सुधार हो रहा है। लेकिन, परिचालन लाभ आठ साल बाद हुआ है। धीरे-धीरे हर क्षेत्र में वृद्धि और लाभ हो रहा है।