Poisonous liquor Death in Prayagraj: सुशीला की मौत के बाद झोपड़ी में रखी जहरीली शराब लूट ले गए लोग
छानबीन में जुटी पुलिस को यह भी पता चला है कि दुसौती गांव की सुशीला सरायमंसूर गांव स्थित लाल साहब के ईंट भट्ठे पर काम करती थी। पति की मौत के बाद वह भट्ठे के पास ही झोपड़ी बनाकर रहती थी। वह चोरी-छिपे अवैध देसी शराब भी बेचती थी।
प्रयागराज, जेएनएन। जहरीली शराब कांड की छानबीन में जुटी पुलिस को यह भी पता चला है कि दुसौती गांव की सुशीला सरायमंसूर गांव स्थित लाल साहब के ईंट भट्ठे पर काम करती थी। पति की मौत के बाद वह भट्ठे के पास ही झोपड़ी बनाकर दूसरे मजदूरों की तरह रहती थी। वह चोरी-छिपे अवैध देसी शराब भी बेचती थी। रविवार सुबह उसने शराब पी और मौत हो गई। इसके बाद कुछ लोगों ने उसका अंतिम संस्कार किया। इसी बीच कुछ लोग उसकी झोपड़ी में रखी विंडीज लाइम ब्रांड की देसी शराब के कई पौव्वा उठा ले गए। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि आखिरकार विंडीज लाइम का रैपर लगाकर कौन शख्स अवैध शराब बेचता और सुशीला तक पहुंचाता था। सुशीला की झोपड़ी के बाहर शराब की कई खाली शीशी कपड़े से ढकी मिली है। सुशीला स्थानीय लोगों में गठराइन के नाम से चर्चित थी।
अजय के स्वजनों का आरोप, पुलिस उठा ले गई खाली शीशी
उधर, अजय के घरवालों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि सोमवार रात जब शराब से मौत का हल्ला मचा तो कुछ सिपाही और दारोगा उनके घर पहुंचे। इसके बाद घर में रखी खाली शीशी उठा ले गए। परिवार की एक महिला ने खाली शीशी दिखाते हुए शराब पीने की बात कही और बताया कि खन्ने पासी के यहां से शराब खरीदकर लाए थे। वह अक्सर शराब पीते थे। अजय पहले मुंबई में काम करते थे, लेकिन कुछ दिन पहले ही पत्नी हेमा को मुंबई में छोड़कर गांव आए थे। खदेरू कनौजिया की पत्नी व बच्चों ने शराब पीने के बाद तबियत खराब होने की बात पुलिस को बताई है। जबकि अस्पताल में भर्ती लोगों के घरवालों ने खन्ने की पत्नी से शराब लेने की बात कह रहे हैं। अवैध शराब बेचने में नाम सामने आने के बाद ननची और खिस्सू अपना-अपना घर छोड़कर भाग गए हैं और पुलिस उनकी तलाश कर ही है।