Citizenship Amendment Act : देश विरोधी नारे लगाने पर एआइएमआइएम कार्यकर्ताओं से भिड़े अधिवक्ता Prayagraj News
एआइएमआइएम के कार्यकर्ताओं की भीड़ में से किसी ने देश के विरोध में और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। अधिवक्ता भड़क गए और धक्कामुक्की करते हुए उनके टेंट को गिरा दिया।
प्रयागराज, जेएनएन । पडोसी जनपद प्रतापगढ़ में कचहरी में अनशन के दौरान मंगलवार को देश विरोधी नारे लगाने पर एआइएमआइएम कार्यकर्ताओं से अधिवक्ता भिड़ गए। टेंट गिराने के साथ ही अधिवक्ताओं ने कार्यकर्ताओं से हाथापाई की, इससे कचहरी में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर फोर्स के साथ अफसरों के पहुंचने से बवाल बच गया।
नागरिकता संशोधन एक्ट और जामिया में पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में कर रहे थे अनशन
नागरिकता संशोधन एक्ट और जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी दिल्ली में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में एआइएमआइएम के जिला सचिव सुजात उल्ला एवं एआइएमआइएम (युवजन सभा) के जिलाध्यक्ष सलीम अहमद कचहरी में अनशन पर बैठे थे। मंगलवार को दोपहर भंगवा चुंगी के पास स्थित प्लाजा पैलेस में सभा करने से रोकने के बाद एआइएमआइएम के पूर्व अध्यक्ष इसरार अहमद समेत दर्जनों कार्यकर्ता अनशन स्थल पर पहुंचे और सभा शुरू कर दी। इसी दौरान एआइएमआइएम के कार्यकर्ताओं की भीड़ में से किसी ने देश के विरोध में और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी।
कचहरी में मची अफरातफरी
यह सुनते ही कचहरी में अधिवक्ता भड़क गए और एआइएमआइएम कार्यकर्ताओं से धक्कामुक्की करते हुए उनके टेंट को गिरा दिया। हाथापाई शुरू कर दी। इससे कचहरी में अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच एआइएमआइएम के कार्यकर्ताओं के समर्थन में अभिषेक तिवारी समेत कुछ अधिवक्ता आ गए। इससे टकराहट बढ़ गई। कुछ वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने बीच बचाव किया। इतने में सूचना मिलने पर सीओ सिटी अभय पांडेय, एसडीएम सदर विजय पाल सिंह, एएसपी पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी, एडीएम शत्रोहन वैश्य फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और विवाद को शांत कराया।
एआइएमआइएम के पूर्व अध्यक्ष, जिला सचिव समेत पांच गिरफ्तार, गए जेल
निषेधाज्ञा का उल्लंघन करके अनशन कर रहे एआइएमआइएम के जिला सचिव, पूर्व अध्यक्ष समेत पांच कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सभी पांचों कार्यकर्ताओं का शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया। एसडीएम ने जमानत अर्जी खारिज करते हुए पांचों आरोपितों को जेल भेज दिया।
शासन ने सूबे में सोमवार को धारा 144 लागू कर दिया था। इसके बाद भी नागरिकता संशोधन एक्ट और जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में एआइएमआइएम के जिला सचिव सुजात उल्ला एवं युवजन सभा के जिलाध्यक्ष सलीम कचहरी में अनशन पर बैठे थे। अनशन के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने देश विरोधी नारे लगा दिए, जिससे बवाल होते-होते बच गया। सूचना मिलने पर पहुंचे एएसपी पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी व सीओ सिटी अभय पांडेय ने धारा 144 का उल्लंघन करने पर सुजातउल्ला, सलीम, साकिब व रकीब को गिरफ्तार कर लिया और सभी को पुलिस लाइन में बंद कर दिया। कुछ देर बाद पुलिस ने ट्रेजरी चौराहे से एआइएमआइएम के पूर्व अध्यक्ष इसरार अहमद को गिरफ्तार कर लिया।
कोतवाल सुरेंद्र नाथ ने सुजातउल्ला पुत्र मोहम्मद मोबीन निवासी राजापुर मुफरिद कंधई, सलीम अहमद पुत्र सगीर निवासी विक्रम चौराहा, इसरार अहमद पुत्र हसन मोहम्मद निवासी सरौली कोहंड़ौर, रकीब खान पुत्र गुलफाम निवासी पूरे बीरबल लालगंज, साकिब पुत्र सगीर अहमद निवासी पाइक रोड का शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया। इन सभी आरोपितों को एसडीएम के सामने पेश करने के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया।
जिले में 27 जनवरी तक निषेधाज्ञा लागू
नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन, क्रिसमस, नव वर्ष, गणतंत्र दिवस के मद्देनजर पूरे जिले में धारा 144 लागू कर दिया गया। यह निषेधाज्ञा 27 जनवरी तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान एक स्थान पर पांच या पांच से अधिक व्यक्ति एकत्र नहीं हो सकेंगे। कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक एवं धार्मिक स्थल पर रिवाल्वर, पिस्टल, बंदूक, घातक हथियार, लाठी, हाकी लेकर नहीं चल सकेगा। बाजार, शैक्षणिक संस्थान बंद कराने का कोई भी व्यक्ति प्रयास नहीं करेगा।