22 अवर अभियंताओं को भुगतना पड़ा खामियाजा, मिली प्रतिकूल प्रविष्टि
22 अवर अभियंताओं को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। लाइन लॉस कंट्रोल न होने पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी की ओर से कार्रवाई की गई है।
प्रयागराज : लाइन ऑफ कंट्रोल को लेकर बिजली विभाग अधिक संजीदा है। इसकी मानीटरिंग लखनऊ के शक्त भवन से हो रही है। जिन क्षेत्रों में लाइन ऑफ कंट्रोल नहीं कम हो रहा है, संबंधित अवर अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। इसी क्रम में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी गोविंद राजू एनएस ने शहर के 22 अवर अभियंताओं को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। दरअसल, तीन प्रतिकूल प्रविष्टि मिलने पर नौकरी जाने का खतरा रहता है। अवर अभियंता संघ की ओर से यह कार्रवाई वापस लिए जाने की मांग की जा रही है।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी की कार्रवाई
काफी दिनों से लाइन लॉस को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे थे। यूपीपीसीएल के चेयरमैन और प्रमुख सचिव ऊर्जा की ओर से भी कई पत्र आ चुके हैं। बावजूद लाइन लॉस कम होने का नाम नहीं ले रहा है। कल्याणी देवी और करेलाबाग खंड के कई इलाकों में तो 35 से 40 फीसद तक लाइन लॉस है। विभाग इसे 15 फीसद लाने पर जोर दे रहा है। जिन भी इलाकों में 28 प्रतिशत से ज्यादा लाइन लॉस है वहां के जेई को प्रतिकूल प्रविष्टि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी की ओर से गई है।
इन्हें मिली प्रतिकूल प्रविष्टि
जिन अवर अभियंताओं को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है उनमें म्योहाल खंड के बेली उपकेंद्र के विजय मौर्य, म्योहाल के राजेश जायसवाल, पानी की टंकी के फूल सिंह, रामबाग खंड के रामबाग उपकेंद्र के राजेश सिंह, गऊघाट के बृजेश सिंह, दारागंज के सीपी भारती, अल्लापुर के रमेश चंद्र, कीडगंज के राजकुमार सिंह, कल्याणी देवी खंड के न्यू खुशरोबाग उपकेंद्र के जीशान अली, खुशरोबाग के संतोष कुमार व विपिन गुप्ता, करैलाबाग के उमाकांत, बमरौली खंड के कसारी-मसारी उपकेंद्र के अरविंद, बमरौली उपकेंद्र के अशोक आर्या, चौफटका के आरपी रजक शामिल हैं।
शक्ति भवन से हो रही मॉनीटरिंग
अधिकारियों का कहना है कि जिन इलाकों में ज्यादा लाइन लॉस हो रही है, उन क्षेत्र की शक्ति भवन से सीधे मॉनीटरिंग हो रही है। मई माह से लाइन लॉस पर नियंत्रण के लिए विशेष अभियान भी चलाया जाएगा।