होली त्योहार के मद्देनजर बिक रही मिलावटी शराब, कर देगी सेहत खराब
होली पर्व पर एक ओर खुशियां मनाने की तैयारी की जा रही है। दूसरी ओर शराब पीने के शौकीनों की भी तैयारी है। डिमांड को देखते हुए मिलावटी शराब की भी बिक्री बढ़ गई है।
इलाहाबाद : होली पर शराब पीकर रंग खेलने का पुराना शगल है। आपके रंग में भंग न पड़े इसका भी ध्यान रखना होगा। अगर आप शराब पीकर रंगोत्सव मनाने जा रहे हैं, तो थोड़ा सतर्क हो जाएं। कहीं ऐसा न हो कि आपके हाथ मिलावटी शराब लग जाए और होली का मजा खराब हो जाए। बिना जांच परख के शराब का सेवन करना आपकी सेहत के लिए घातक हो सकती है। सेहत खराब होने के साथ ही आंख की रोशनी भी जा सकती है।
जिले में पहुंची नकली शराब की खेप
बीते साल की तरह इस बार भी मिलावटी शराब की खेप जिले में पहुंच चुकी है। जो तमाम दुकानों और अलग-अलग स्थानों से बिक रही हैं। मंगलवार से अचानक दुकानों पर लोगों की भीड़ बढ़ गई है। ऐसे में तस्कर अवैध शराब को ज्यादा से ज्यादा बेचने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। हालांकि आबकारी विभाग इस पर कड़ी नजर रख रहा है, बावजूद इसके बाजार में विभिन्न ब्रांड की अधिक तीव्रता वाली शराब मौजूद है। डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति के लिए इथाइल एल्कोहल की बजाय मिथाइल एल्कोहल का सेवन करना काफी नुकसानदायक है। कई बार जानलेवा हो जाती है।
पापुलर ब्रांड का टोटा, हो रही ओवररेटिंग
एक तरफ जहां अवैध शराब धड़ल्ले से बिक रही है। वहीं दूसरी तरफ लाइसेंसी दुकानों पर पापुलर ब्रांड की अंग्रेजी शराब का टोटा हो गया है। शराब की कमी के चलते दुकानदार व सेल्समैन ओवररेटिंग यानी निर्धारित मूल्य से अधिक पैसा ले रहे हैं। थोक विक्रेताओं के पास भी कुछ खास ब्रांड की शराब खत्म हो गई है। इसके पीछे सरकार की आबकारी नीति को दुकानदार जिम्मेदार बता रहे हैं। उनका कहना है कि डिस्टलरी से शराब की निकासी बंद हो रही है और 31 मार्च के बाद बची शराब को नष्ट करना पड़ेगा। ऐसे में कोई भी थोक या फुटकर विक्रेता नुकसान नहीं उठाना चाहता है।
शराब लेते समय रखें सावधानी
- अधिकृत दुकान से ही करें खरीदारी।
- निर्धारित मूल्य से कम मिलने पर न लें।
- बोतल पर लगे बार कोड की जांच करें।
- पाउच वाली शराब कतई इस्तेमाल न करें।
- पीते वक्त किसी तरह के दर्द पर डॉक्टरी सलाह लें।
मिलावटी शराब के सेवन से नुकसान
- पेट में दर्द की शिकायत बन जाती है।
- मात्रा अधिक होने पर मृत्यु हो सकती है।
- लीवर, फेफड़ा खराब हो सकता है।
- आंख की रोशनी जा सकती है।