Allahabad University व संघटक कॉलेजों में PhD में दाखिले का रास्ता साफ, परीक्षा समिति की बैठक में निर्णय
37 विषयों में पीएचडी में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा का परिणाम 10 मार्च को जारी किया जा चुका है। छह विषयों में एक भी योग्य अभ्यर्थी नहीं मिले। गणित में नेट-जेआरएफ में उत्तीर्ण 23 अभ्यर्थी इंटरव्यू में हिस्सा लेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) समेत संघटक कॉलेजों में पीएचडी प्रवेश का रास्ता अब साफ हो गया है। इविवि के अलग-अलग विभागों को यूनिट मानकर आरक्षण रोस्टर लागू किया जाएगा। यही व्यवस्था कॉलेजों में भी लागू होगी। यह फैसला भी परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया।
पीएचडी में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा का परिणाम घोषित हो चुका है
37 विषयों में पीएचडी में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा का परिणाम 10 मार्च को जारी किया जा चुका है। छह विषयों में एक भी योग्य अभ्यर्थी नहीं मिले। गणित में नेट-जेआरएफ में उत्तीर्ण 23 अभ्यर्थी इंटरव्यू में हिस्सा लेंगे। बाकी कुछ विषयों में इक्का-दुक्का और कुछ की सीटें पूरी तरह से खाली ही जाएंगी। अन्य 31 विषयों में कुल 781 को सफलता मिली। लेवल-1 का रिजल्ट विभागों को नहीं भेजा गया है।
जल्द प्रवेश की अगली प्रक्रिया शुरू होने के आसार
इविवि के क्रेट को-आर्डिनेटर ने आरक्षण रोस्टर पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए विधिक सलाह मांगी थी। सलाह मिलने के बाद कुलपति की अंतिम मुहर नहीं लगने से प्रवेश प्रक्रिया बाधित थी। क्योंकि पिछले सत्र में इविवि का प्रवेश प्रकोष्ठ यह तय नहीं कर सका था कि आरक्षण रोस्टर इविवि एवं संघटक कॉलेजों के सभी विभागों को एक यूनिट मानकर लागू करना है या विश्वविद्यालय और कॉलेज अलग-अलग विभागवार रोस्टर लागू करेंगे। इस पर बगैर किसी तरह का फैसला लिए विश्वविद्यालय बंद कर दिया गया। इस मसले को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया। आखिरकार मंगलवार को इस पर फैसला भी ले लिए गया। अब जल्द प्रवेश की अगली प्रक्रिया शुरू होने के आसार हैं।