साहब हमारी रोजी व रोटी और घर उजड़ गया अब कहां जाएं
एडीए ने अलोपीबाग मेंबुल्डोजर चलवाकर 36 दुकानें हटवाई। इससे सड़क किनारे छोटी दुकान चलाने वाले गरीबों का सब कुछ उजड़ गया।
जासं, इलाहाबाद : इलाहाबाद विकास प्राधिकरण (एडीए) ने रविवार को आखिरकार अलोपीबाग मंदिर के आसपास से अतिक्रमण हटाया दिया। शनिवार को दुकानदारों द्वारा विरोध किए जाने पर एडीए की टीम ने कार्रवाई नहीं की थी। दुकानदारों को रविवार तक की मोहलत दी थी। रविवार को दोपहर बाद कार्रवाई शुरू हुई और देर शाम तक चलती रही। 36 अवैध दुकानों को तोड़ दिया गया। कार्रवाई के दौरान दुकान और मकान ढहाए जाने पर दुकानदार अपना दुखड़ा बयां करते रहे।
कुंभ के मद्देनजर शहर की सभी प्रमुख सड़कों से अतिक्रमण हटाया जा रहा है। जहां पर सड़कें कम चौड़ी हैं, वहां पर चौड़ीकरण किया जा रहा है। इस कड़ी में शनिवार को एडीए की अतिक्रमण हटाने वाले टीम अलोपीबाग गई थी, जब उन्होंने अभियान चलाने की कोशिश की तो दुकानदारों ने सड़क पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। बाद में रास्ता जाम कर दिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान एडीए के विशेष कार्याधिकारी अलोक पांडेय ने प्रदर्शन कारियों को रविवार दोपहर तक की मोहलत दी, ताकि दुकानदार दुकान से माल निकाल सकें। रविवार को दोपहर में एक बजे एडीए की टीम पुलिस फोर्स के साथ अलोपीबाग पहुंची। उन्होंने दुकानदारों को दुकान से सामान निकाले के लिए कहा और दूसरे तरफ बुलडोजर अवैध निर्माण गिराने के लिए तैयार खड़ा था। शाम को चार बजे तक दुकानदारों ने दुकान से अपना समान निकाल लिया तो उसके पश्चात बुलडोजर ने अवैध दुकानों को तोड़ना शुरू कर दिया। देर शाम तक एडीए की कार्रवाई चलती रही। इस दौरान 36 दुकान और उससे सटकर बने मकानों को ध्वस्त कर दिया गया। एडीए के विशेष कार्याधिकारी अलोक पांडेय का कहना है कि अलोपीबाग मंदिर के आसपास 50 से अधिक अवैध दुकानें चल रही हैं। रविवार को अभियान के दौरान 36 दुकानें ढहाई गई। बाकी दुकानों में सामान पड़ा हुआ है। दुकानदार उसे खाली कर रहे हैं। बाकी दुकानों को सोमवार को ढहाया जाएगा। सड़क पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं रहेगा।
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साहब दुकान तोड़ रहे हो घर मत तोड़ो
अलोपीबाग मंदिर के आसपास जितनी दुकानें लगी हैं। उसमें पूजा-पाठ की सामग्री बिकती है। 10 अक्टूबर से नवरात्र शुरू होने के कारण दुकानदारों ने दुकान में नवरात्र का सामान भर दिया था। रविवार को एडीए की कार्रवाई के दौरान मंदिर के आसपास की अवैध दुकानों को तोड़ दिया गया। जब दुकानें तोड़ी जा रही थीं तो कई दुकानदार एडीए के विशेष कार्याधिकारी अलोक पांडेय के पास गए। उनसे निवेदन किया कि अभियान के दौरान केवल दुकान को तोड़ा जाए। उससे सटे मकान न ढहाए जाएं। क्योंकि उनकी रोजी-रोटी के साथ सिर से छत भी उठ रही है। कई लोग उनके सामने हाथ जोड़कर खड़े रहे। उन्होंने आश्वासन दिया कि सड़क के लिए जितनी जगह जरूरी है, उतना ही अतिक्रमण हटाया जाएगा। किसी व्यक्ति को परेशान नहीं किया जाएगा। अलोपीबाग के पार्षद कमलेश सिंह का कहना है कि एडीए ने अभियान के दौरान जहां संभव था, वहां पर उतना ही अतिक्रमण हटाया। कई लोगों ने सड़क पर काफी कब्जा कर लिया था। उसे हटा दिया गया। कार्रवाई को लेकर लोगों में आक्रोश जरूर था।