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Action on Mafia : पूर्व ब्‍लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा के लाज को दूसरे दिन भी तोड़ा जा रहा, पीडीए के अधिकारी मौजूद

Action on Mafia प्रयागराज के पूर्व ब्‍लाक प्रमुख व माफिया दिलीप मिश्रा औद्योगिक क्षेत्र में तीन मंजिला लॉज (मकान) को जेसीबी से ढहाने की कार्रवाई दूसरे दिन सोमवार को भी शुरू हुई। इसे करीब 15 साल पहले बनवाया गया था लेकिन पीडीए से नक्शा स्वीकृत नहीं कराया गया था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 05 Oct 2020 01:33 PM (IST)Updated: Mon, 05 Oct 2020 04:01 PM (IST)
पूर्व ब्‍लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा के लाज को तोड़ा जा रहा है।

प्रयागराज, जेएनएन। पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा के लाज को पूरी तरह से जमींदोज करने के लिए सोमवार को भी कार्रवाई हो रही है। औद्योगिक क्षेत्र थाने में सुबह फोर्स एकत्र हुई। वहां पीडीए के अधिकारी पहुंचे। उनके साथ पुलिस फोर्स पहुंची। इसके बाद लॉज के बचे हिस्‍से को गिराया जा रहा है। बता दें कि यह कार्रवाई रविवार को भी प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से की गई थी।

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तीन मंजिला लॉज को ढहाया जा रहा है

अतीक अहमद के बाद पुलिस और प्राधिकरण ने माफिया दिलीप मिश्रा की संपत्तियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। रविवार को नैनी औद्योगिक क्षेत्र में तीन मंजिला लॉज (मकान) को जेसीबी से ढहाने की कार्रवाई शुरू हुई। इसे करीब 15 साल पहले बनवाया गया था, लेकिन प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) से नक्शा स्वीकृत नहीं कराया गया था। अवैध कब्जे से मुक्त कराई संपत्ति की कीमत करीब 10 करोड़ रुपये आंकी गई है।

दिलीप मिश्रा फतेहगढ़ जेल में बंद है

औद्योगिक थाना क्षेत्र के लवायन कला गांव निवासी पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा फतेहगढ़ जेल में बंद है। उस पर मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर भी हमला करवाने का आरोप है। सपा सरकार में यूनाइटेड इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने करीब 900 वर्ग मीटर में दिलीप मिश्रा ने तीन मंजिली इमारत बनवाई। उसमें नीचे दुकानें और ऊपर लॉज था। प्राधिकरण के अधिकारियों का दावा है कि दिलीप मिश्रा ने नियम विरुद्ध निर्माण करवाया था। इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी गई तो उन्होंने ध्वस्तीकरण का आदेश दे दिया। रविवार सुबह पीडीए के अफसर पीएसी, पुलिस टीम और जेसीबी के साथ मौके पर पहुंचे और लॉज को ढहाए जाने की कार्रवाई शुरू कराई। शाम सात बजे तक चार जेसीबी से लॉज व दुकान को तोड़ा जा रहा। उसके बाद कार्रवाई को रोक दिया गया। सोमवार को फिर ध्‍वस्‍तीकरण अभियान चलाया गया।

बसपा सरकार में हुआ था सील

अधिकारियों का कहना है कि बसपा सरकार में इस लॉज को गैंगस्टर एक्ट के तहत सील किया गया था। उसके बाद से इसमें प्रशासन का ताला लटका था। इस कारण लॉज में सन्नाटा और दुकानें भी बंद थीं। इस कार्रवाई से माफिया के करीबियों को भी अब डर सताने लगा है।

कॉलेज, मकान समेत 12 संपत्ति हो चुकी कुर्क

ध्वस्तीकरण से पहले पुलिस गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत दिलीप के कॉलेज, मकान, खेत और भूखंड समेत 12 अचल संपत्ति को कुर्क कर चुकी है। पुलिस का दावा है कि माफिया दिलीप मिश्रा ने अपराध के जरिए चल और अचल संपत्ति को अॢजत किया था। अब गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।

पत्नी ने किया था कार्रवाई का विरोध

ध्वस्तीकरण के दौरान दिलीप मिश्रा की पत्नी जिला पंचायत सदस्य अर्चना मिश्रा रविवार को कुछ लोगों के साथ मौके पर पहुंचीं थीं। उन्होंने कार्रवाई का विरोध करते हुए नाराजगी जताई। साथ ही एसपी यमुनापार और प्राधिकरण के अधिकारियों से कार्रवाई से संबंधित आदेश दिखाने के लिए कहा। इस पर अधिकारियों ने शासन और जिलाधिकारी के आदेश का हवाला दिया।


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