Coronavirus infection का बहाना, चुनाव खत्म तो शराब तस्करों पर कार्रवाई थमी Prayagraj News
पुलिस व आबकारी विभाग कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने में परहेज कर रहे हैं। बीते 15 मार्च को थरवई थाना क्षेत्र में सहीदागंज हेतापट्टी में पुलिस व आबकारी टीम ने छापेमारी करते हुए देशी दुकान से 44 पेटी अवैध शराब बरामद की थी।
प्रयागराज, जेएनएन। जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के खत्म होते ही शराब तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई भी ठप पड़ गई है। इतना ही नहीं, अवैध शराब के मामले में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी नहीं हो रही है। शिकंजा न कसने के पीछे कोरोना संक्रमण का हवाला दिया जा रहा है, लेकिन तस्कर अवैध शराब की सप्लाई करने में जुटे हुए हैं। पुलिस के साथ ही आबकारी विभाग भी शराब माफिया पर शिकंजा कसने में अब कमजोर नजर आने लगा है।
मौके मिलते ही सुस्त पड़ी आबकारी और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्रतापगढ़ में अवैध शराब की बड़ी फैक्ट्री का राजफाश होने के बावजूद अलग-अलग शहरों से प्रयागराज, कौशांबी व आसपास के जिलों में गैर प्रांत की शराब पहुंच रही है। गिरफ्तारी से बचने के लिए तस्कर अब छोटे-छोटे वाहनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही कतिपय देसी शराब दुकान की आड़ में भी अवैध शराब की खपत कराई जा रही है। मगर पुलिस व आबकारी विभाग कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने में परहेज कर रहे हैं।
दुकान से 44 पेटी अवैध शराब बरामद की थी
बीते 15 मार्च को थरवई थाना क्षेत्र में सहीदागंज हेतापट्टी में पुलिस व आबकारी टीम ने छापेमारी करते हुए देशी दुकान से 44 पेटी अवैध शराब बरामद की थी। उस मामले में सेल्समैन सुनील कुमार जायसवाल को गिरफ्तार किया गया था, जबकि दुकानदार बृजेश कुमार जायसवाल व अरविंद जायसवाल अभी तक फरार हैं। मुकदमा दर्ज हुए एक माह से ऊपर हो चुका है, लेकिन अभियुक्तों की गिरफ्तारी न होना पुलिस को कटघरे में खड़ा कर रही है। इसी तरह सोरांव में भी अवैध शराब से जुड़े छह लोगों को पकड़ा गया था, जबकि एक दुकानदार व तस्कर अभी तक खुलेआम घूम रहे हैं। एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा का कहना है कि वांछितों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं।