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Coronavirus : राहत की खबर, एसीएमओ की रिपोर्ट निगेटिव लेकिन चलेगा इलाज Prayagraj News

एसीएमओ के साथ-साथ उनकी पत्नी की रिपोर्ट भी निगेटिव आई। डॉक्टरों ने बताया कि एसीएमओ को अभी सांस लेने में तकलीफ हो रही है इसलिए आक्सीजन लगाकर उनका इलाज जारी रहेगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 07:14 PM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2020 08:42 PM (IST)
Coronavirus : राहत की खबर, एसीएमओ की रिपोर्ट निगेटिव लेकिन चलेगा इलाज Prayagraj News
Coronavirus : राहत की खबर, एसीएमओ की रिपोर्ट निगेटिव लेकिन चलेगा इलाज Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन।  कोरोना संक्रमित एसीएमओ (अपर मुख्य चिकित्साधिकारी) व कोविड-19 के पूर्व नोडल की रिपोर्ट शनिवार को निगेटिव तो आ गई लेकिन उनका इलाज अभी जारी रहेगा। उन्हेंं सांस लेने में तकलीफ है। अब उन्हेंं कोविड वार्ड से निकाल मेडिसिन इमरजेंसी के आइसीयू वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।

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पत्‍नी की भी रिपोर्ट निगेटिव आई

16 जून को गोविंदपुर निवासी एसीएमओ की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उन्हेंं लेवल थ्री के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। धीरे-धीरे सांस लेने में तकलीफ होने लगी तो उन्हेंं ऑक्सीजन लगाया गया था। चार दिन बाद उनकी पत्नी, दो बेटे व तीन बेटियों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई। शनिवार को एसीएमओ के साथ-साथ उनकी पत्नी की रिपोर्ट भी निगेटिव आई। डॉक्टरों ने बताया कि एसीएमओ को अभी सांस लेने में तकलीफ हो रही है इसलिए आक्सीजन लगाकर उनका इलाज जारी रहेगा।

नर्स समेत सात की रिपोर्ट निगेटिव

एसआरएन अस्पताल में भर्ती कोरोना के सात मरीजों की रिपोर्ट शनिवार को निगेटिव आई है। इसमें एसीएमओ व उनकी पत्नी के साथ एसआरएन की नर्स भी शामिल हैं। छह अन्य मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

ऑपरेशन के इंतजार में 20 दिन से ट्रामा सेंटर में भर्ती है मरीज

एसआरएन अस्पताल के ट्रामा सेंटर में आर्थोपेडिक (हड्डी रोग) के 60 से अधिक मरीज भर्ती हैं जिनका ऑपरेशन तुरंत करना था। कई ऐसे भी हैं जो 20 दिन से भर्ती हैं। इसका प्रमुख कारण है कोविड टेस्ट की रिपोर्ट आने में देरी व एनेस्थेसिस्ट की कमी। कई भर्ती मरीज देरी के कारण अस्पताल से चले गए। एसआरएन मंडल का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां कई जिलों से मरीज आते हैं लेकिन कोविड अस्पताल बनने से सामान्य ओपीडी बंद है। सर्जरी की छूट है लेकिन उसका भी लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है। डॉक्टर कहते हैं कि कोविड टेस्ट की रिपोर्ट आने में पांच से सात दिन लग जाते हैं। इसके बाद ही ऑपरेशन होगा। अधिकतर एनेस्थेसिस्ट भी कोविड ड्यूटी में लगे हैं। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव से बात करने का प्रयास किया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि मरीजों की संख्या बढ़ी गई है। ऑपरेशन के पहले कोविड टेस्ट अनिवार्य है, फिर भी प्रयास होता है कि ऐसे मरीजों का टेस्ट पहले हो। जल्द ही यह समस्या खत्म होगी।


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