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प्रयागराज में चार लोगों की हत्‍या मामला, खाली हाथ आए थे कातिल और आंगन से उठाई थी कुल्हाड़ी

प्रयागराज के फाफामऊ में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्‍या बेरहमी से की गई थी। किशोरी ने कातिलों से बचने का पूरा प्रयास किया था। उसने उनसे संघर्ष भी किया था। चंद कदम की दूरी पर जमीन पर पड़ी थाली इस संघर्ष की कहानी बयां कर रही थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 27 Nov 2021 01:56 PM (IST)Updated: Sat, 27 Nov 2021 01:56 PM (IST)
प्रयागराज में चार लोगों की हत्‍या मामला, खाली हाथ आए थे कातिल और आंगन से उठाई थी कुल्हाड़ी
प्रयागराज के फाफामऊ में एक ही परिवार के चार लोगों की नृसंश हत्‍या का प्रमाण पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में भी दिखा।

प्रयागराज, [राजेंद्र यादव]। प्रयागराज जिले में फाफामऊ थाना क्षेत्र के एक गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्या कुल्हाड़ी से की गई थी। इसे हत्यारे नहीं लेकर आए थे, बल्कि अधेड़ के आंगन से उठाया था। अब यही बात जांच में जुटी पुलिस को समझ में नहीं आ रही है। हत्यारों का मकसद पहले से ही परिवार को मौत के घाट उतारने का था तो वे खाली हाथ कैसे चले आए थे। इसी सवाल का जवाब खंगालने में पुलिस जुटी है। उसे पूरी उम्मीद है कि इस सवाल को अगर उसने हल कर लिया तो पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी।

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कातिलों से किशोरी ने संघर्ष किया था

मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने बड़ी बारीकी से जांच पड़ताल की थी। हत्यारे किधर से आए और किधर गए, इसकी बकायदा पड़ताल हुई। कभी पुलिसकर्मी चहारदीवारी को नापते तो कभी घर के पीछे जाते। तमाम कवायद के बाद निष्कर्ष निकला कि हत्यारे पीछे के रास्ते से आए थे। जहां से वे दाखिल हुए थे, वहां सबसे पहले किशोरी ही चारपाई पर सो रही थी। कातिलों से उसने संघर्ष भी किया था। क्योंकि चंद कदम की दूरी पर जमीन पर पड़ी थाली इस संघर्ष की कहानी बयां कर रही थी।

पुलिस अधिकारी भी हैरान थे

अधेड़ के पैर के पास रक्तरंजित कुल्हाड़ी से पुलिस अधिकारी हैरान थे। उसे बड़े आराम से वहां रखा गया था। शायद यह पहली ऐसी घटना थी, जिसमें हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार को कातिल ने ऐसे रखा था। पहले तो अधिकारियों ने समझा कि इस कुल्हाड़ी को कातिल लेकर आए थे, लेकिन जांच में जब यह पता चला कि कुल्हाड़ी अधेड़ की थी और यह घर के आंगन में रखी थी तो अफसरों का माथा घूम गया। एक तौर पर साफ हो गया कि हत्यारे खाली हाथ थे। घटना को अंजाम देने के बाद कातिल मुख्य द्वार को खोलकर ही बाहर निकले थे। दरवाजे को बाहर से ऐसा खींचा था कि बुधवार को जिसने भी अधेड़ के घर को देखा उसे लगा कि दरवाजा बंद है। बुधवार देर रात चली हवा के कारण दरवाजा खुल गया था, जो गुरुवार सुबह अधेड़ के घर के बाहर चाट की दुकान लगाने वाले को नजर आ गया था और फिर इस नृशंस हत्याकांड की बात सामने आई थी।

किशोरी का दबाया गया था मुंह, भाई के सीने पर चढ़ दबाया था गला

डाक्टरों ने चारों शवों का पोस्टमार्टम किया था। इसकी वीडियोग्राफी भी हुई थी। मां-बेटी का दो डाक्टर के पैनल ने पोस्टमार्टम किया था। सूत्रों के मुताबिक दुष्कर्म की संभावना के चलते मां-बेटी की स्लाइड सुरक्षित कर ली गई थी। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ नई बातें भी सामने आईं हैं। अधेड़ और उसकी पत्नी की सिर पर कुल्हाड़ी के प्रहार से मौत होने की बात कही गई है, लेकिन उनके 13 वर्षीय पुत्र के सीने की हड्डी टूटी मिली थी। ऐसा तभी होता है जब सीने पर बैठकर किसी का गला दबाया जाए। इसके बाद उसके सिर पर पीछे से कुल्हाड़ी से प्रहार किया गया था। किशोरी पर शुरू में वार नहीं किया गया था। उसका मुंह हत्यारे ने दबाया था। जिससे वह बेहोश हो गई थी। इसके बाद कुल्हाड़ी से प्रहार कर उसे भी मौत के घाट उतार दिया गया था।


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