हत्या के मामले में फरार प्रेमिका और उसका भाई की अब तक गिरफ्तारी नहीं, 10 दिन से हैं फरार
मृतक सुशील की मां का आरोप है कि उसके बेटे को फोन करके घर बुलाया। वहां जाने पर परिवार वालों ने लाठी डंडा से पिटाई कर हत्या कर दी। जबकि आरोपितों ने पुलिस को सूचना दी थी कि घर में चोर घुस आया है जिसकी पिटाई की गई है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में सुशील उर्फ टोनू की हत्या के मामले में फरार चल रही प्रेमिका ननकी और उसका भाई ननका अब तक गिरफ्तार नहीं किए सके। वारदात को हुए 10 दिन से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन गिरफ्तारी तो दूर आरोपितों के बारे में कुछ सुराग भी पुलिस नहीं लगा की है। इससे पीड़ित परिवार परेशान है। हालांकि पुलिस का कहना है कि ननकी को हत्या के मुकदमे में गवाह बना लिया गया है मगर अभी इस तथ्य का पर्दाफाश नहीं हो सका है कि सुशील की हत्या सुनियोजित तरीके से हुई थी या फिर तात्कालिक मामला था। 12 अक्टूबर की रात सुशील अपनी प्रेमिका के घर गया था, जहां उसकी पीट-पीटकर हत्या की गई थी।
सुनियोजित साजिश के तहत की गई थी हत्या
सुशील उर्फ टोनू पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के दयालु पंडा का पुरवा गांव निवासी था। वह मुंडेरा में किराए का कमरा लेकर रहता था। उसकी दोस्ती मुंडेरा निवासी ननका से हुई थी। फिर वह उसके घर आने-जाने लगा था। सुशील इसी दौरान ननकी के संपर्क में आया और दोनों में प्रेम संबंध बन गए। यह बात ननकी के परिवार वालों को पसंद नहीं थी। टोनू की मां ने आरोप लगाया था कि उसके बेटे को फोन करके घर बुलाया। वहां जाने पर परिवार वालों ने लाठी, डंडा, पटरा से इतना मारा कि मौत हो गई। जबकि आरोपितों ने पुलिस को सूचना दी थी कि घर में चोर घुस आया है, जिसकी पिटाई की गई है।
हत्या मामले में आरोपित की मां, पिता व एक भाई जेल में हैं
इंस्पेक्टर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और गंभीर रूप से जख्मी सुशील को अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मां निर्मला पासी की तहरीर पर सुशील की प्रेमिका ननकी, उसके पिता शिवकुमार पासी, मां फूला, भाई प्रभात व ननका के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मां, पिता व एक भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि ननका और ननकी अभी फरार चल रहे हैं।