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बिहार में महागठबंधन के पराजय की आम आदमी पार्टी ने बताई यह वजह, सियासत के गलियारे में गरमाहट

आम आदमी पार्टी के प्रयागराज जिले के अध्‍यक्ष ने बिहार में महागठबंधन की हार की वजह कांग्रेस और एआइएमआइएम को बताई है। कहा कि बिहार में महागठबंधन को कांग्रेस और एआइएमआइएम की वजह से शिकस्त का सामना करना पड़ा़।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 14 Nov 2020 08:53 AM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 08:53 AM (IST)
बिहार में महागठबंधन के पराजय की आम आदमी पार्टी ने बताई यह वजह, सियासत के गलियारे में गरमाहट
आम आदमी पार्टी के जिलाध्‍यक्ष ने बिहार में महा गठबंधन की हार का कारण बताया है।

प्रयागराज, जेएनएन। बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत और महागठबंधन की पराजय की कई वजह बताई जा रही है। वहीं इसी बीच आम आदमी पार्टी ने बिहार में महागठबंधन की हार की वजह कांग्रेस और एआइएमआइएम को बताकर सियासत के गलियारे में गरमाहट ला दी है। आप के जिलाध्यक्ष डॉ. अल्ताफ अहमद ने कहा कि बिहार में महागठबंधन को कांग्रेस और एआइएमआइएम की वजह से शिकस्त का सामना करना पड़ा़।

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बोले, कमजोर था संगठन, भुगतना पड़ा खामियाजा

डॉ. अल्ताफ अहमद ने कहा कांग्रेस 70 सीटें पर महागठबंधन के साथ चुनाव मैदान में थी, जबकि कांग्रेस को पता था कि उनके पास बिहार में मजबूत संगठन नहीं है। इसका खामियाजा भी महागबंधन को भुगतना पड़ा। परिणाम आया तो कांग्रेस को सिर्फ 19 सीट ही मिल पाई। कांग्रेस लगातार जानता को किसी न किसी मामले को लेकर गुमराह करती है। जनता भी सब समझ चुकी है।

आप के जिलाध्यक्ष डॉ. अल्ताफ अहमद बोले

आप के जिलाध्यक्ष डॉ. अल्ताफ अहमद बोले कि जहां पर चुनाव होता है अन्य पार्टियां कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ती हैं। हालात ऐसे हो चले हैं कि जीतने के बाद कांग्रेस के विधायक कांग्रेस का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की शरण में चले जाते हैं। परिणाम यह होता है कि जहां भी कांग्रेस की सरकार रहती है, वहां पर वह गिर जाती है। इसके बाद भाजपा की सरकार बन जाती है। गोवा में जानता ने वोट डाला कांग्रेस को और सरकार बनी भाजपा की। इसी तरह मध्य प्रदेश में जानता ने वोट डाला कांग्रेस को और सरकार बनी भारतीय जनता पार्टी की। कांग्रेस सिर्फ जानता को छलने का काम कर रही है।

कहा कि सीधा फायदा भाजपा को होता है

उन्‍होंने कहा कि जानता वोट करती है बदलाव के लिए न कि कांग्रेस के विधायकों के दल बदलने के लिए। कांग्रेस को अब मान लेना चाहिए की जनता ने अब उन्हें नकारना शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ एआइएमआइएम ने अल्पसंख्यक वोटों का ध्रुवीकरण करके महागठबंधन को नुकसान पहुंचाने का काम किया है। यह सिर्फ उसी जगह चुनाव लड़ते हैं, जहां भाजपा कमजोर स्थिति में रहती है, जिसका सीधा फायदा भाजपा को होता है।


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