हाईकोर्ट के ज्वाइंट रजिस्ट्रार पर धूमनगंज थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज Prayagraj News
पत्नी से मुकदमे के निस्तारण में गहने देने की बात बताकर उससे पांच लाख कीमत के जेवर देने को कहा। आरोप है कि पिछले साल 27 नवंबर को वह गहने देने आई तो फिर उसके साथ दुष्कर्म किया।
प्रयागराज,जेएनएन। कौशांबी में तैनात एक सहायक अध्यापिका ने हाईकोर्ट के ज्वाइंट रजिस्ट्रार हेम सिंह के खिलाफ मकान बेचने के बहाने घर पर बुलाकर दुष्कर्म के बाद अश्लील वीडियो के नाम पर ब्लैकमेल कर धन उगाही और शोषण का आरोप लगाया है। धूमनगंज थाने की पुलिस नामजद मुकदमा लिखकर जांच कर रही है।
शिक्षिका ने एसएसपी से की शिकायत
यह दिव्यांग अध्यापिका धूमनगंज में अपने पति के साथ रहती है। 30 दिसंबर को अध्यापिका ने एसएसपी से लिखित शिकायत की थी, जिस पर धूमनगंज थाने में केस लिखा गया है। अध्यापिका का आरोप है कि वह मकान खरीदना चाह रही थी तभी अप्रैल 2018 में जयंतीपुर सुलेेमसराय निवासी हेम सिंह से संपर्क हुआ जो हाईकोर्ट में ज्वाइंट रजिस्ट्रार हैैं। आरोप है कि उन्होंने पत्नी से चल रहे मुकदमे में पैसों की जरूरत बताते हुए मकान बेचने की बात कही। इस पर मकान लेने के लिए उन्होंने एग्रीमेंट के लिए दो लाख रुपये एडवांस लेकर 20 मई 2018 को घर पर बुलाया। आरोप है कि वहां तमाम सादे कागजात पर दस्तखत कराने के बाद हेम सिंह ने शरबत पीने को दिया, जिसके बाद वह अचेत हो गई। आरोप है कि उन्होंने चुप रहने की धमकी देकर उससे दुष्कर्म किया। मनमानी के बाद कहा कि तुम्हारे अश्लील वीडियो मेरे पास हैैं। कभी कहीं शिकायत की तो वीडियो वायरल कर जिंदगी बर्बाद कर दूंगा।
आरोप है कि इसके बाद अलग-अलग दिनों में तमाम बहाने से ब्लैकमेल कर उससे 17 लाख रुपये ऐंठ लिए। इस बीच उसने कहा कि एक बार में जितना पैसा लेना है ले लो लेकिन सीडी देकर ब्लैकमेलिंग खत्म करो। आरोप है कि हेम सिंह ने पत्नी से मुकदमे के निस्तारण में गहने देने की बात बताकर उससे पांच लाख कीमत के जेवर देने को कहा। आरोप है कि पिछले साल 27 नवंबर को वह गहने देने आई तो फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद निराश और परेशान होकर शिकायत की।
पूर्व डीजीपी की साजिश है यह
दुष्कर्म के मुकदमे के आरोपित हेम सिंह ने दैनिक जागरण से कहा कि उनके एक रिश्तेदार पूर्व डीजीपी की साजिश और दबाव के चलते उनके खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखी गई है। उन्होंने पूर्व डीजीपी के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के साथ ही मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से भी शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। यह भी बताया कि वह उन्हें झूठे केस में फंसाकर जेल भेजवाने की लगातार धमकी देते रहे हैैं।