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CGST विभाग के कलेक्शन में 50 फीसद की ग्रोथ, पिछले साल अप्रैल से अगस्त तक 527 करोड़ की वसूली

पिछले साल मार्च में लाकडाउन होने से करीब तीन महीने कारोबार प्रभावित हुआ था। इसकी वजह से अप्रैल से लेकर अगस्त महीने तक सीजीएसटी विभाग इलाहाबाद का कलेक्शन लगभग 527 करोड़ रुपये ही हो सका था। हालांकि इस बार ऐसा नहीं है। पांच महीने में ही वसूली अच्‍छी हो गई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 04:53 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 04:53 PM (IST)
CGST विभाग के कलेक्शन में 50 फीसद की ग्रोथ, पिछले साल अप्रैल से अगस्त तक 527 करोड़ की वसूली
सीजीएसटी विभाग की वसूली की ग्रोथ पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 50 फीसद अधिक है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस महामारी की पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर भले ही बहुत ज्यादा घातक थी लेकिन, इस बार बाजार के हालात सुधरने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। इसकी उदाहरण केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (सीजीएसटी) विभाग की वसूली की ग्रोथ देख कर भी लगाया जा सकता है। पिछले वित्तीय वर्ष में अप्रैल से अगस्त महीने तक सीजीएसटी विभाग का जितना कलेक्शन हुआ था, इस वित्तीय वर्ष में इसी अवधि में विभाग की ग्रोथ करीब 50 फीसद अधिक रही।

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कोरोना काल के लाकडाउन में तीन माह कारोबार प्रभावित रहा

पिछले साल मार्च में लाकडाउन होने से करीब तीन महीने कारोबार प्रभावित हुआ था। इसकी वजह से अप्रैल से लेकर अगस्त महीने तक सीजीएसटी विभाग इलाहाबाद का कलेक्शन लगभग 527 करोड़ रुपये ही हो सका था। हालांकि इस बार ऐसा नहीं है। इस साल पांच महीने (अप्रैल से अगस्त तक) में ही विभाग की वसूली करीब 790 करोड़ रुपये हो गई।

टैक्‍स कलेक्‍शन में पिछले वर्ष की तुलना में 5.77 फीसद की गिरावट

यहां एक बात जानने योग्‍य है। वह यह कि पिछले वर्ष के अगस्त महीने की तुलना में इस वर्ष के इसी माह में विभागीय टैक्स कलेक्शन में लगभग 5.77 फीसद की गिरावट दर्ज हुई। अगस्त-2020 में सीजीएसटी कलेक्शन तकरीबन 131.7 करोड़ रुपये था, जो अगस्त-2021 में लगभग 7.7 करोड़ रुपये घटकर 124 करोड़ रुपये रह गया। पिछले वित्तीय वर्ष में कुल 1562 करोड़ रुपये टैक्स की वसूली हुई थी। बता दें कि सीजीएसटी विभाग इलाहाबाद के तहत 14 जिले आते हैं।

सीजीएसटी के असिस्‍टेंट कमिश्‍नर ने यह कहा

सीजीएसटी विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर रोहित कुमार का कहना है कि अगस्त महीने में कलेक्शन में कमी हुई है। हालांकि पिछले वित्तीय वर्ष में पूरे वर्ष में जितना कलेक्शन हुआ था, उससे आधा से ज्यादा कलेक्शन इस साल पांच महीने में ही हो गया। उन्‍होंने कहा कि इससे पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस साल कलेक्शन अधिक होने की उम्मीद है।


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