स्वरोजगार के लिए 47 दिव्यांगों को मिलेगा लोन
कोरोना काल में दिव्यांगजनों को संबल देने के लिए प्रदेश सरकार ने पहल की। योजना को अमली जामा पहनाने के लिए कार्य भी शुरू कर दिए गए हैं। पहले चरण में आवेदन मांगे गए थे। साक्षात्कार की भी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जल्द ही लाभार्थी खुद को आत्मनिर्भर बना पाएंगे और प्रधानमंत्री के लोकल फार वोकल संदेश को भी मूर्त रूप देंगे।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : कोरोना काल में दिव्यांगजनों को संबल देने के लिए प्रदेश सरकार ने पहल की। योजना को अमली जामा पहनाने के लिए कार्य भी शुरू कर दिए गए हैं। पहले चरण में आवेदन मांगे गए थे। साक्षात्कार की भी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जल्द ही लाभार्थी खुद को आत्मनिर्भर बना पाएंगे और प्रधानमंत्री के लोकल फार वोकल संदेश को भी मूर्त रूप देंगे।
जिला दिव्यांग सशक्तीकरण विभाग की ओर से दुकान निर्माण व दुकान संचालन योजना के तहत दिव्यांगजनों को ऋण मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए बुधवार को विकास भवन के सरस हाल में इनको साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। जिला दिव्यांग सशक्तीकरण अधिकारी नंदकिशोर याज्ञिक के मुताबिक, 50 आवेदक साक्षात्कार देने पहुंचे। इनमें 47 का चयन किया गया। इस योजना के तहत दुकान निर्माण के लिए 20 हजार रुपये व दुकान का संचालन या विस्तार करने के लिए 10 हजार रुपये ऋण दिया जाएगा। 413 लाभार्थियों को रोजगार के लिए दिया लोन
उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम की ओर से पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना के तहत इस वित्तीय वर्ष में अब तक 413 लोगों को योजनाओं का लाभ दिया गया है। अनुसूचित जाति के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सरकार इस योजना का संचालन कर रही है। इसके तहत भैंस पालन, गाय पालन, किराना की दुकान खोलने व साइकिल रिपेयरिग की दुकान खोलने के लिए अनुसूचित जाति के लोगों ने आवेदन किया था। इनमें पात्रों का चयन कर योजना का लाभ दिया गया। प्रति पात्र आवेदक को करीब 50 हजार रुपये ऋण मुहैया कराया जाता है।