Move to Jagran APP

जहां बच्चे ज्यादा और सुविधाएं होंगी कम, वहीं बनेंगे मॉडल स्कूल

बीएसए ने बीईओ को निर्देश दिया है कि वह शीघ्र ऐसे परिषदीय स्कूलों की सूची मुहैया कराने को कहा है जहां बच्चे अधिक हैं व सुविधाएं कम हैं। यह कवायद मॉडल स्कूल बनाने की है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 27 May 2019 11:54 AM (IST)Updated: Mon, 27 May 2019 11:54 AM (IST)
जहां बच्चे ज्यादा और सुविधाएं होंगी कम, वहीं बनेंगे मॉडल स्कूल
जहां बच्चे ज्यादा और सुविधाएं होंगी कम, वहीं बनेंगे मॉडल स्कूल

प्रयागराज, जेएनएन। जिले के ऐसे 40 परिषदीय विद्यालय मॉडल स्कूल बनाए जाएंगे जहां बच्चे ज्यादा और सुविधाएं कम हैं। ऐसे विद्यालयों की सूची दो-तीन दिनों में खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) को मुहैया कराने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) संजय कुमार कुशवाहा ने दिया है। 

loksabha election banner

 प्रत्येक विकास खंड में मॉडल स्कूल की कवायद 

अपने कार्यालय में विभागीय समीक्षा बैठक में बीएसए ने शिक्षा निदेशक (बेसिक) के पत्र का हवाला देते हुए अधिकारियों को बताया कि प्रत्येक विकास खंड में दो प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मॉडल स्कूल बनाए जाने हैं। इनमें एक अंग्रेजी और एक ङ्क्षहदी माध्यम के स्कूल को मॉडल बनाया जाएगा। उन्होंने शारदा अभियान के तहत बच्चों के नामांकन पर जोर दिया। कहा कि जिन बच्चों के नामांकन हो गए हैं, उनके विवरण वेबसाइट पर अपलोड करा दिए जाएं। 

31 मई तक सभी विद्यालयों के ब्योरे भी फीड करने का निर्देश 

यू डायस प्लस सॉफ्टवेयर पर 31 मई तक सभी विद्यालयों के ब्योरे भी फीड कराने के निर्देश दिए। मॉडल स्कूल ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों को बनाने पर जोर है। इन विद्यालयों के संसाधनों पर 23.80 लाख रुपये तक खर्च किए जाएंगे।  

छात्रों की संख्या बढऩे से उत्साहित विभाग ने लिया निर्णय

कुछ परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की संख्या बढऩे से उत्साहित विभाग ने मॉडल स्कूल बनाने का निर्णय लिया है। निदेशक का मानना है कि छात्र-छात्राओं को निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकें, यूनिफार्म, जूते-मोजे, बैग, स्वेटर देने से भी बच्चों के नामांकन एवं ठहराव में सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। कई प्रधानाध्यापकों , शिक्षकों एवं अधिकारियों के व्यक्तिगत प्रयास से कुछ परिषदीय विद्यालयों को डिजिटल लर्निंग से सुसज्जित किया गया है। इससे लोगों का झुकाव परिषदीय विद्यालयों की तरफ बढ़ा है। 

यह होंगी सुविधाएं

साइंस, मैथ एवं लैंग्वेज लैब, डिजिटल क्लास रूम, सफेद बोर्ड, 10 केवीए का सोलर सिस्टम, स्टॉफ एवं बच्चों के लिए फर्नीचर, टाइल्स, शौचालय एवं मूत्रालय, बाउंड्री वाल, खेल सामग्री, वॉटर कूलर, झूले, जलनिकासी, अग्निशमन यंत्र, शैक्षिक एवं अन्य खिलौने, माइक एवं ड्रम सिस्टम।  

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.