Shri Ram Mandir निर्माण के लिए काशी प्रांत में 38583 स्वयंसेवकों ने कराया निधि समर्पण, आरएसएस पदाधिकारियों ने कहा धन्यवाद
बैठक में स्वयं सेवकों ने अपने अनुभव साझा किए। निर्णय लिया गया कि ये सभी अनुभव संगठन की पत्रिका में भी शामिल किए जाएंगे। लोगों ने बताया कि श्रीराम मंदिर के लिए दल संप्रदाय जाति जैसी दीवारें लोगों ने तोड़ दी। छोटे बच्चों ने भी गुल्लक श्रीराम को सौंप दिए।
प्रयागराज, जेएनएन। अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए लोगों ने दिल खोलकर सहयोग किया। रविवार को आरएसएस के काशी प्रांत के पदाधिकारियों ने माधव ज्ञान केंद्र में बैठक कर सभी का आभार जताया।
2139 महिलाएं तथा 36444 पुरुष अभियान में शामिल हुए
क्षेत्र प्रचारक अनिल ने बताया कि निधि समर्पण कराने के लिए काशी प्रांत में कुल 38583 कार्यकर्ता सक्रिय रहे। इसमे 2139 महिलाएं तथा 36444 पुरुष शामिल हुए। 4199 विस्तारकों ने एक पखवारे से अधिक अपना समय दिया। 5228 विस्तारकों ने एक पखवारे से कम समय में अपने काम को अंजाम दिया। अभियान में 486 साधु संत भी शामिल हुए।
प्रांत की 78 बस्तियों एवं 5514 गांवों में कार्यकर्ताओं ने सभी घरों में संपर्क किया। प्रांत संघचालक डॉ. विश्वनाथ लाल निगम, कार्यवाह मुरलीधर, प्रांत प्रचारक रमेश ने स्वयंसेवकों का आभार जताया। प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. मुरारजी त्रिपाठी ने कहा कि सभी अभियान प्रमुख, पदाधिकारी निधि प्रमुखों से ऑडिट करा कर अपने मूल क्षेत्र में लौट जाएं। इस अवसर पर अंगराज, विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री मुकेश भी मौजूद रहे।
स्वयंसेवकों ने सुनाए संस्मरण
बैठक में स्वयं सेवकों ने अपने अनुभव साझा किए। निर्णय लिया गया कि ये सभी अनुभव संगठन की पत्रिका में भी शामिल किए जाएंगे। लोगों ने बताया कि श्रीराम मंदिर के लिए दल, संप्रदाय, जाति जैसी दीवारें लोगों ने तोड़ दी। छोटे बच्चों ने भी अपने गुल्लक श्रीराम को सौंप दिए।
प्रथम और द्वितीय वर्ष का प्रशिक्षण प्रयाग में
प्रांत प्रचारक रमेश ने बताया कि इस बार संघ का प्रथम एवं द्वितीय वर्ष प्रशिक्षण प्रयाग में होगा। कोरोना महामारी के कारण पिछले वर्ष यह प्रशिक्षण स्थगित कर दिया गया था। 20 दिन का ओटीसी प्रथम वर्ष (सामान्य) माधव ज्ञान केंद्र नैनी तथा द्वितीय वर्ष का प्रशिक्षण गौहनिया में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम 23 मई से शुरू होकर 14 जून तक चलेगा।