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Cycling: प्रदूषण रोकने के लिए प्रयागराज में साइिकल से दफ्तर जा रहे 30 अफसर और कर्मचारी

शहर के अतरसुइया में मनीष मिश्रा को साइकिल मैन कहा जाता है और अब इसी नाम से वह साइकिल प्रेमियों में चर्चित हैं। पिछले छह साल से कार्यालय दैनिक कार्य साइकिल से करते हैं। मनीष मिश्र ने बताया कि दैनिक कार्याें को करने के लिए साइकिल का प्रयोग करें।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 08:00 AM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 08:00 AM (IST)
Cycling: प्रदूषण रोकने के लिए प्रयागराज में साइिकल से दफ्तर जा रहे 30 अफसर और कर्मचारी
मनीष ने छह साल पहले साइकिलिंग की शुरुआत की थी, पैरिस में दिखा चुके हैं जौहर

अमरीश मनीष शुक्ल, प्रयागराज। पर्यावरण बचाने की एक मुहिम संगम नगरी में भी चल रही है। एक साइकिल मैन सैकड़ों की जिंदगी में परिवर्तन ला चुका है। प्रेरणा ऐसी की कार और बाइक छोड़कर अब 30 अधिक कर्मचारी अधिकारी साइकिल से कार्यालय आते जाते हैं। डाक्टर, समाजसेवी, नौकरी पेशा, युवा, वकील समेत समाज के कई वर्गों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने 42 वर्षीय मनीष मिश्रा एजी आफिस में सीनियर आडिटर हैं।

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साइिकल मैन के नाम से चर्चित हो चुके हैं मनीष

शहर के अतरसुइया में मनीष मिश्रा को साइकिल मैन कहा जाता है और अब इसी नाम से वह साइकिल प्रेमियों में चर्चित हैं। पिछले छह साल से कार्यालय, दैनिक कार्य साइकिल से करते हैं। जागरण से हुई विशेष बातचीत में मनीष मिश्र ने बताया कि दैनिक कार्याें को करने के लिए साइकिल का प्रयोग करें। सब कुछ हमें पर्यावरण ने दिया है, अब हम सोंचे कि हमने पर्यावरण को क्या दिया है। मनीष 2019 में पेरिस में साइकिलिंग प्रतियोगिता, 2017 में मनाली से लेह तक 550 किमी की यात्रा कर चर्चा में आए थे।

पांच दिसंबर को शुरू करेंगे छह हजार किमी यात्रा

मनीष मिश्रा पांच दिसंबर को छह हजार किमी की साइकिल यात्रा प्रयागराज से सुबह सात बजे शुरू करेंगे। स्वर्णिम चतुर्भुज के रास्ते 33 दिन का सफर होगा। औरंगाबाद से तीन और साइकिल चालक उनके साथ सफर पर होंगे।

कार्यालय में आया परिवर्तन

एजी आफिस में काम करने वाले जार्जटाउन के राकेश तिवारी ने बताया मनीष को साइकिल से कार्यालय आता देखकर पहले तो अजीब लगा, लेकिन पर्यावरण मुहिम के साब मुरीद हैं। 30 से अधिक कर्मचारी साइकिल से ही आते जाते हैं। सुरेश पाल साइकिल के जरिए ही हर हफ्ते साप्ताहिक अवकाश पर अपने घर बनारस जाते हैं। यूनिवर्सिटी रोड के मुनेंद्र कनौजिया, झलवा के रहने वाले वरिष्ठ अधिकारी पीके सिंह स्वयं तो साइकिल चलाने लगे और दूसरों को भी प्रेरित करते हैं।


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