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पहले दिन 25 लाख पार्थिव शिवलिंग हुए निर्मित और गंगा में प्रवाहित, Magh mela में दद्दाजी के शिविर में हो रहा निर्माण

ब्रह्मलीन गृहस्थ संत देवप्रभाकर शास्त्री दद्दाजी की पुण्य स्मृति में पार्थिव शिवलिंग निर्माण व अभिषेक आरंभ हो गया। माघ मेला क्षेत्र के सेक्टर-5 में स्थित शिविर में शिवलिंग निर्माण रविवार की सुबह आरंभ हुआ। भक्तों ने शिवलिंग निर्माण करके जनकल्याण के लिए अभिषेक किया

By Ankur TripathiEdited By: Published: Sun, 07 Feb 2021 09:23 PM (IST)Updated: Sun, 07 Feb 2021 09:23 PM (IST)
पहले दिन 25 लाख पार्थिव शिवलिंग हुए निर्मित और गंगा में प्रवाहित, Magh mela में दद्दाजी  के शिविर में हो रहा निर्माण
दद्दा शिष्य मंडल के सदस्य संतोष उपाध्याय ने बताया कि पहले दिन 25 लाख से अधिक शिवलिंग का निर्माण हुआ।

प्रयागराज, जेएनएन।  ब्रह्मलीन गृहस्थ संत देवप्रभाकर शास्त्री 'दद्दाजी की पुण्य स्मृति में पार्थिव शिवलिंग निर्माण व अभिषेक आरंभ हो गया। माघ मेला क्षेत्र के सेक्टर-5 में स्थित शिविर में शिवलिंग निर्माण रविवार की सुबह आरंभ हुआ। किन्नर अखाड़ा की प्रदेश प्रभारी महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरि, डॉ. अनिल शास्त्री ने अनुष्ठान आरंभ कराया। भक्तों ने शिवलिंग निर्माण करके जनकल्याण के लिए अभिषेक किया। इसके बाद गंगा में शिवलिंग प्रवाहित किए गए। दद्दा शिष्य मंडल के सदस्य संतोष उपाध्याय ने बताया कि पहले दिन 25 लाख से अधिक शिवलिंग का निर्माण हुआ। पं. पूरन महाराज व कालिका महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अभिषेक पूजन कराया। इस अवसर पर पवित्रा माई, योगेश यादव, संजय अग्रवाल, एसडी व्यास, अभय दुबे, अजय जायसवाल, संतोष शुक्ल, मनीष व अन्य रहे। 

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मौनी अमावस्या पर रोडवेज चलाएगा 2000 अतिरिक्त बसें

मौनी अमावस्या पर्व पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोडवेज ने दो हजार अतिरिक्त बसें चलाने की तैयारी की है। कुछ अतिरिक्त बसों का संचालन रविवार से शुरू भी कर दिया गया है। करीब छह से सात सौ नियमित बसें भी चल रही हैं। मकर संक्रांति और पौष पूर्णिमा स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं की संख्या बहुत कम रही। ऐसे में मौनी अमावस्या पर भी श्रद्धालुओं की संख्या कम होने की संभावना है। फिर भी रोडवेज की ओर से दो हजार अतिरिक्त बसें चलाने की तैयारी है। श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे के हिसाब से बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। सिविल लाइंस डिपो के एआरएम सीबी राम का कहना है कि गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, बस्ती आदि जिलों से श्रद्धालु स्नान के लिए ज्यादा आते हैं, इसलिए ज्यादा बसें इन्हीं रूटों पर चलाई जाएंगी। हर बार मौनी अमावस्या स्नान पर्व से तीन-चार दिन पहले से ही श्रद्धालुओं की भीड़ आने लगती थी। लेकिन, इस बार अभी ऐसा नहीं है। सोमवार से श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। 


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