उद्यम लगाने को मिले 20.24 करोड़, पांच सौ को मिलेगा रोजगार
खुद का उद्यम लगाने स्वरोजगार करने और अन्य लोगों को रोजगार देने के लिए जिला उद्यम एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र की ओर से अब तक करीब 20.24 करोड़ रुपये लोन स्वीकृत किए जा चुके हैं। लघु इकाइयां लगाने के लिए बैंकों से 158 लोगों को लोन मिल भी चुके हैं। यह लोग खुद रोजगार शुरू करेंगे तो कम से पांच सौ लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
खुशखबरी
- 158 लोगों को मिल चुका है लाभ, उद्यम शुरू होने से मिलेगा काम
- शासन ने जिले के लिए तय किया 23 करोड़ का लक्ष्य जागरण संवाददाता, प्रयागराज : खुद का उद्यम लगाने, स्वरोजगार करने और अन्य लोगों को रोजगार देने के लिए जिला उद्यम एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र की ओर से अब तक करीब 20.24 करोड़ रुपये लोन स्वीकृत किए जा चुके हैं। लघु इकाइयां लगाने के लिए बैंकों से 158 लोगों को लोन मिल भी चुके हैं। यह लोग खुद रोजगार शुरू करेंगे तो कम से पांच सौ लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इसके अलावा कई और आवेदनों की जांच-पड़ताल करके लोन स्वीकृति की कार्रवाई चल रही है।
कोरोना महामारी के कारण मार्च में लागू लॉकडाउन में व्यापार को हुए भारी नुकसान के मद्देनजर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाइयां लगाने को लेकर सरकार का विशेष जोर है। इसको ध्यान में रखते हुए मौजूदा वित्तीय वर्ष के चालू होते ही प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत उद्यम लगाने एवं स्वरोजगार के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए। इन तीनों योजनाओं में लोन पाने के लिए करीब डेढ़ हजार लोगों ने आवेदन किए हैं। इसमें से 158 लोगों को 20.24 करोड़ रुपये का कर्ज मुहैया कराया जा चुका है। बहरहाल, शासन ने तीनों योजनाओं के लिए कुल 23 करोड़ रुपये लोन देने का लक्ष्य तय किया है। इस लिहाज से 2.76 करोड़ रुपये कर्ज और दिया जाना बाकी है। बहुतों को नहीं मिल सकेगा लोन
शासन ने जितना लक्ष्य तय किया है और जितने लोगों ने आवेदन किए हैं। उसमें से बहुत से लोगों को कर्ज नहीं मिल सकेगा। करीब पौने तीन करोड़ की बची धनराशि में अधिकतम 25-30 लोगों को और कर्ज मिलने की उम्मीद है। बयान
- लक्ष्य पूरे वित्तीय वर्ष के लिए तय किया गया है। फिर भी इस बार आवेदकों को जल्द लोन मुहैया कराया गया। जो आवेदन बचे हैं, उनकी जांच-पड़ताल करके लोन स्वीकृति की कार्रवाई की जा रही है।
- अजय कुमार चौरसिया, उपायुक्त उद्योग