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Coronavirus Prayagraj News : प्रतापगढ़ में संत अंथोनी इंटर कॉलेज में 200 बेड का अस्पताल तैयार

अब तेजी से बढ़ रहे मरीजों को देखते हुए 200 बेड का अस्पताल बना दिया गया है। यहां पर मेडिकल टीम की तैनाती हो गई है। डिप्टी सीएमओ डॉ. डीके वर्मा इस के नोडल बनाए गए हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 08:16 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 08:16 PM (IST)
Coronavirus Prayagraj News : प्रतापगढ़  में संत अंथोनी इंटर कॉलेज में 200 बेड का अस्पताल तैयार
Coronavirus Prayagraj News : प्रतापगढ़ में संत अंथोनी इंटर कॉलेज में 200 बेड का अस्पताल तैयार

 प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद प्रतापगढ़  में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढऩे पर स्वास्थ्य विभाग ने संसाधनों को बढ़ाना शुरू कर दिया है। बड़ी संख्या में मरीजों के मिलने के कारण कोविड अस्पतालों में जगह कम पड़ रही है। ऐसे में अब शहर के संत अंथोनी इंटर कॉलेज में मरीजों को भर्ती किया जाएगा। यहां 200 बेड व जरूरी चिकित्सीय संसाधन सेट कर दिए गए हैं।

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डॉक्‍टरों की टीम अस्‍पताल में तैनात

महीनों पहले ही प्रशासन ने कोरोना के तेजी से फैलने की आशंका को भांप लिया था। इसके मद्देनजर जिला अधिकारी डॉ. रूपेश कुमार ने सीएमओ को कहा था कि अंथोनी इंटर कॉलेज में 100 बेड के अस्पताल का सेटअप लगाया जाए। इसके बाद विभाग ने तैयारी शुरू कर दी, लेकिन अब तेजी से बढ़ रहे मरीजों को देखते हुए 200 बेड का अस्पताल बना दिया गया है। यहां पर मेडिकल टीम की तैनाती हो गई है। डिप्टी सीएमओ डॉ. डीके वर्मा इस के नोडल बनाए गए हैं। उनकी देखरेख में यहां मरीजों को भर्ती किया जाएगा और उनका इलाज किया जाएगा।

ट्रामा सेंटर में बनाए गए कोविड अस्पताल में 30 बेड की क्षमता होती है। यहां तो अब एक दिन में ही 20 से 25 मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में इन अस्पतालों में मरीजों को जगह नहीं मिल पाएगी। ऐसे में शहर के आंबेडकर चौराहे के पास स्थित अंथोनी इंटर कॉलेज का सहारा लिया जाएगा। सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि कालेज में जरूरी व्यवस्था कर ली गई है। मेडिकल टीम को प्रशिक्षित कर दिया गया है।

एक हजार में रहें होटल में

शासन द्वारा कोरोना पाजिटिव लोगों को होम क्वारंटाइन और होटल में रहने की अनुमति पर प्रतापगढ़ में भी अमल किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे होटलों की तलाश शुरू कर दी है, जो मरीजों को रखने के लिए अपनी सहमति दें। यहां पर मरीज अपनी मर्जी से रह सकेंगे। उनको अपनी जेब से एक हजार रुपये का भुगतान प्रतिदिन करना होगा।


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