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बढ़ती उपयोगिता से संस्कृत भाषा का भविष्य उज्ज्वल

जासं, इलाहाबाद : आर्य कन्या डिग्री कालेज में आयोजित 'कालिदास के काव्य और चौंसठ कलाएं' शीर्षक दो दिवस

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Mar 2017 08:48 PM (IST)Updated: Thu, 30 Mar 2017 08:48 PM (IST)
बढ़ती उपयोगिता से संस्कृत भाषा का भविष्य उज्ज्वल
बढ़ती उपयोगिता से संस्कृत भाषा का भविष्य उज्ज्वल

जासं, इलाहाबाद : आर्य कन्या डिग्री कालेज में आयोजित 'कालिदास के काव्य और चौंसठ कलाएं' शीर्षक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन संस्कृत के उत्थान और उपयोगिता पर चर्चा की गई।

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मुख्य अतिथि नेहरू ग्राम भारती विवि के प्रो. केबी पांडेय ने कहा कि वर्तमान समय में कंप्यूटर के प्रशिक्षण में संस्कृत भाषा उपयोगी है। इसलिए संस्कृत भाषा का भविष्य भी उज्ज्वल है। महापौर अभिलाषा गुप्ता ने कहा कि कालिदास की सफलता की प्रेरणा उनकी पत्‍‌नी थी। कहा कि संस्कृत के संरक्षण के लिए युवावर्ग को आगे आना चाहिए। विशिष्ट अतिथि आरसी अग्रवाल ने ट्रस्ट की जानकारी दी। सारस्वत अतिथि प्रो. शेखर अधिकारी ने कालिदास के काव्य को सैनिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ा। उन्होंने कहा कि कालिदास के काव्य में वीर रस तथा युद्धकला के बारे में बताया गया है। इस सत्र में सी.एम.पी. डिग्री कालेज के प्राचार्य डा. आनंद कुमार श्रीवास्तव, हमीदिया ग‌र्ल्स डिग्री कॉलेज की प्राचार्या डा. यूसुफा नफीस, डा. गिरिजा शकर शास्त्री, प्रो. एसबी अग्रवाल, डा. शशाक त्रिपाठी, शासी निकाय के कोषाध्यक्ष पीएन मिश्र उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय की प्राचार्या डा. उर्मिला श्रीवास्तव ने किया। धन्यवाद डा. रमा सिंह ने ज्ञापित किया। संचालन डा. इभा सिरोठिया ने किया।


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