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संस्कार की परीक्षा में परीक्षार्थियों ने दिखाया उत्साह

जासं, इलाहाबाद : जीवन में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार का होना भी बेहद जरूरी है। नैतिक विकास भी कुछ इसी

By Edited By: Published: Wed, 30 Nov 2016 08:08 PM (IST)Updated: Wed, 30 Nov 2016 08:08 PM (IST)
संस्कार की परीक्षा में परीक्षार्थियों ने दिखाया उत्साह

जासं, इलाहाबाद : जीवन में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार का होना भी बेहद जरूरी है। नैतिक विकास भी कुछ इसी पर आधारित होता है। इसका स्व-मूल्यांकन करने के लिए बुधवार को विभिन्न स्कूलों के हजारों छात्र छात्राओं ने संस्कार की परीक्षा दी। दैनिक जागरण द्वारा आयोजित कराई गई संस्कारशाला की इस परीक्षा में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक और पूरी संजीदगी से हिस्सा लिया। साथ ही नकल की मानसिकता से इतर परीक्षा के दौरान खुद भी शुचिता बनाए रखी। इसे देख स्कूलों के प्रधानाचार्य और अध्यापक भी गदगद हो उठे। शहर के नौ विद्यालयों में हुई संस्कारशाला की परीक्षा में 6226 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। हालांकि स्कूलों में परीक्षा देने का समय अलग-अलग था।

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महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर में परीक्षा सुबह आठ बजे से शुरू हो गई थी। जागरण की टीम जब वहां पहुंची तो प्रत्येक कक्षा में छात्र-छात्राएं शांति से परीक्षा देते नजर आए। कुछ ऐसा ही नजारा एमएल कान्वेंट तेलियरगंज, केंद्रीय विद्यालय न्यू कैंट में भी दिखाई दिया। द मदर्स प्राइड स्कूल और ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में परीक्षा 11 बजे से शुरू हुई। शिवगंगा विद्या मंदिर, ज्वाला देवी गंगापुरी स्कूल रसूलाबाद, रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कालेज एवं विद्या वाहिनी में भी संस्कारशाला की परीक्षा हुई। यहां का माहौल देखकर ऐसा लगा कि मानो बच्चे खुद संस्कार का संदेश दे रहे हों। ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज गंगापुरी रसूलाबाद के प्रिसिंपल रामजी सिंह ने कहा कि जिस तरह से बच्चे अपनी पाठ्यक्रमों की परीक्षा में हिस्सा लेते हैं, ठीक उसी तरह संस्कारशाला की परीक्षा दी। द मदर्स प्राइड की प्रिसिंपल प्रिया मल्होत्रा ने कहा कि दैनिक जागरण की मुहिम सराहनीय है। बच्चों में संस्कार विकसित करने में यह परीक्षा मील का पत्थर साबित हो रही है। एमपीवीएम की प्रिंसिपल सुस्मिता कानूनगो ने कहा कि इस परीक्षा ने विद्यार्थियों में नैतिकता के प्रति सोच विकसित करने की अलख जगाई है।

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कहां कितने बच्चों ने दी परीक्षा

1- ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज गंगापुरी रसूलाबाद 1000

2- शिव गंगा विद्या मंदिर में 250

3- विद्या वाहिनी में 400

4- एमपीवीएम स्कूल में 1800

5- केंद्रीय विद्यालय न्यू कैंट में 700

6- एमएल कान्वेंट तेलियरगंज में 100

7- ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में 1500

8- रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कालेज में 1076

9 - द मदर्स प्राइड स्कूल में 400

प्रधानाचार्यो के बोल

दैनिक जागरण ने संस्कारशाला के माध्यम से जो परीक्षा शुरू की है वह सराहनीय है। निश्चित ही बच्चों में आत्मीय विकास में यह परीक्षा सहायक सिद्ध होगी।

-- सुस्मिता कानूनगो, प्रिसिंपल एमपीवीएम

संस्कारशाला के जरिए छात्रों को कोर्स से इतर काफी अच्छी जानकारी मिली। यह भविष्य में उनके लिए काफी लाभकारी होगा। ऐसा मौका उन्हें कम ही मिलता है।

--- प्रिया मल्होत्रा, प्रिंसिपल द मदर्स प्राइड स्कूल

दैनिक जागरण की पहल सराहनीय है। परीक्षा में पूछे गए प्रश्न से संस्कारों का विकास होगा। ऐसी परीक्षाओं से बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है।

--- रामजी सिंह, प्रिसिंपल ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज गंगापुरी रसूलाबाद

संस्कार व्यक्ति को महान बनाते हैं। बिना संस्कार के किसी को सम्मान नहीं मिलता है। दैनिक जागरण ने जो संस्कार विकसित करने की शुरूआत की है। वह अच्छी पहल है।

--- पीयूष कुमार, प्रिंसिपल एमएल कान्वेंट

संस्कारशाला का हर सवाल बच्चों में संस्कार का बीजारोपण करने वाला है। इस आयोजन से निश्चित ही बच्चों का मानसिक विकास होगा। उनकी समझ बढ़ेगी।

--- राजेंद्र प्रसाद पांडेय, प्रिसिंपल शिव गंगा विद्या मंदिर

संस्कारशाला में नैतिक जीवन से संबंधित अच्छे प्रश्न पूछे गए थे। ऐसे प्रश्न थे जो कोर्स से इतर हैं। बच्चों के ज्ञानवर्धन के साथ ही बहुत कुछ सीखने को मिला है।

-- आत्मानंद सिंह, प्रिंसिपल रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कालेज

दैनिक जागरण की पहल सराहनीय है। बच्चों के अंदर संस्कार विकसित करने का जो बीड़ा उठाया है यह अच्छा कदम है। भविष्य में अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।

--- युगल किशोर त्रिपाठी, प्रिसिंपल ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज

संस्कारों से ही व्यक्ति की पहचान होती है। हर व्यक्ति को संस्कारवान होना चाहिए। बच्चों में जब शुरूआती दौर से संस्कार विकसित किए जाते हैं तो वह अच्छे नागरिक बनते हैं।

-- बीबी सिंह, प्रिंसिपल केवी न्यू कैंट

हर वर्ष बच्चों को संस्कारशाला परीक्षा का इंतजार रहता है। यह बच्चों को संस्कारित करने का अच्छा प्रोग्राम है। जिससे बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है।

-- नंदिनी वर्मा, प्रिंसिपल विद्या वाहिनी

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विद्यार्थियों के बोल

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इस तरह की परीक्षा से हमें सामान्य ज्ञान के साथ ही अपने परिवेश के बारे में जानकारी होती है। संस्कारशाला में अच्छे प्रश्न पूछे गए थे।

--- समृद्धि भटनागर, विद्या वाहिनी

मित्रों की संगत संबंधी सवाल अच्छे थे। हमें मित्रों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए, इस तरह के प्रश्नों से बहुत कुछ सीखने को मिला।

-- रिसा पटेल, विद्या वाहिनी

संस्कारशाला की परीक्षा में समाज से जुडे़ हर पहलू पर प्रश्न पूछे गए थे। संस्कारशाला में दी जाने वाली सारी कहानियां पढ़ी थी।

-- अर्चित मिश्रा, ज्वाला देवी इंटर कालेज सिविल लाइंस

जीवन में कभी किसी को कमतर नहीं आंकना चाहिए। जो जैसा करता है वैसा फल हमें मिलता है। हमें सभी के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।

--- अनुराग तिवारी, ज्वाला देवी इंटर कालेज सिविल लाइंस

संस्कारशाला की परीक्षा में कुछ ऐसे प्रश्न पूछे गए थे जो हमें मालूम ही नहीं था। हमारी जानकारी बढ़ाने में परीक्षा काफी मददगार साबित हुई।

--- श्रेया मिश्रा, ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज गंगापुरी रसूलाबाद

समाज में हमें ऐसा आचरण करना चाहिए जिससे दूसरों को सीख मिल सके। परीक्षा देने के बाद हमें यह जानकारी हुई।

-- रितिका वर्मा, ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज गंगापुरी रसूलाबाद

सामान्य अध्ययन से संबंधी प्रश्न पूछे गए थे। संस्कारशाला में दी गई कहानी न पढ़ी होती तो पेपर हल करने में समस्या आ सकती थी।

--- ऋषभ द्विवेदी, द मदर्स प्राइड स्कूल

परीक्षा देने के पहले मन में घबराहट थी। पता नहीं कैसे प्रश्न पूछे जाएंगे। लेकिन जैसे ही परीक्षा पुस्तिका मिली मन खिल गया।

-- स्वप्निल राज सिंह, द मदर्स प्राइड स्कूल

दैनिक जागरण ने अच्छी शुरूआत की है। संस्कारों का बीजारोपण जो किया जा रहा है वह निश्चित ही सराहनीय है।

-- दिव्यांशी, एमएल कान्वेंट

बहुत टेंशन था। पता नहीं क्या पूछा जाएगा। लेकिन बहुत सरल प्रश्न संस्कार संबंधी पूछे गए थे। पेपर बहुत अच्छा हुआ।

--- मुस्कान, एमएल कान्वेंट

परीक्षा में कुछ ऐसे संस्कार के प्रश्न पूछे गए थे जो हमें मालूम ही नहीं था। यह परीक्षा मानसिक विकास में सहायक है।

--- अपूर्व सिंह, एमपीवीएम

संस्कारशाला में संस्कार व आचरण संबंधी प्रश्न पूछे गए थे। अच्छा पेपर आया हुआ था। संस्कारयुक्त चीजों से हम परिचित हुए।

-- आशुतोष मिश्रा, एमपीवीएम

संस्कार से जुडे़ प्रश्नों को देख अच्छा लगा। अभी तक जिन बातों को हम केवल किताबों में पढ़ते थे, उन्हें व्यवहारिक जीवन में उतारने की प्रेरणा मिली।

-- तनु यादव, रानी रेवती देवी इंटर कालेज

संस्कारशाला परीक्षा देकर बड़ा अच्छा लग रहा है। इस परीक्षा में जिस तरीके से प्रश्न पूछे गए उनका व्यवहारिक जीवन में बड़ा महत्व है।

-- धर्मेद्र यादव, रानी रेवती देवी इंटर कालेज

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संस्कारशाला की परीक्षा से बहुत कुछ सीखने को मिला। उन संस्कारों की भी जानकारी हुई, जिन्हें हमें जानकारी नहीं थी।

-- निहारिका मिश्रा, केवी न्यू कैंट

हमारी पहचान संस्कारों से होती है। छात्र जीवन में हम जो सीखते हैं। वह जीवन भर हमारा मार्गदर्शन करते हैं। संस्कार से ही हमारी पहचान होती है।

-- तान्या, केवी न्यू कैंट

संस्कारशाला की परीक्षा में शामिल होकर बहुत अच्छा लगा। परीक्षा में जो प्रश्न पूछे गए थे उनसे बहुत कुछ जीवन में सीखने को मिलेगा।

-- अनिकेत शुक्ला, शिव गंगा विद्या मंदिर

परीक्षा में नैतिक जीवन से संबंधित अधिक प्रश्न पूछे गए थे। हर प्रश्न हमें कुछ न कुछ सीख देता है। हमें अच्छा आचरण करना चाहिए।

-- साक्षी मिश्रा, शिव गंगा विद्या मंदिर


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