Move to Jagran APP

विधायक राजू पाल हत्याकांड : जांच दर जांच में गुजर गए 15 साल, 26 जनवरी को हुई थी हत्या Prayagraj News

विधायक राजू पाल हत्याकांड को 15 साल बीत चुके हैं। बरसी पर नीवां स्थित घर पर करीबी जुटे और श्रद्धांजलि दी। पूर्व सांसद अतीक और अशरफ समेत 10 पर चार्जशीट दाखिल है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 25 Jan 2020 10:11 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jan 2020 01:06 PM (IST)
विधायक राजू पाल हत्याकांड : जांच दर जांच में गुजर गए 15 साल, 26 जनवरी को हुई थी हत्या Prayagraj News
विधायक राजू पाल हत्याकांड : जांच दर जांच में गुजर गए 15 साल, 26 जनवरी को हुई थी हत्या Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। 25 जनवरी 2005। दोपहर करीब तीन बजे थे। बसपा विधायक राजू पाल पोस्टमार्टम हाउस में कुछ लोगों से मिलकर नीवां लौट रहे थे। उसी दौरान नेहरू पार्क मोड़ से आगे अमितदीप मोटर्स के पास उनके काफिले की स्कार्पियो और क्वालिस गाड़ी को घेरकर शूटरों ने ताबड़तोड़ फायर किए। खुद क्वालिस ड्राइïव कर रहे राजू पाल को सीट पर ही गोलियों से छलनी कर दिया गया था। उनके साथ देवीलाल पाल और संदीप यादव भी मारे गए थे। रुखसाना समेत कई लोग घायल हुए।

loksabha election banner

पूर्व सांसद अतीक, उनके भाई अशरफ समेत 10 पर चार्जशीट दाखिल

शहर पश्चिमी के पूर्व विधायक राजू पाल समेत तीन लोगों की हत्या को शनिवार दोपहर 15 साल गुजर गए। बरसी पर नीवां स्थित निवास पर पत्नी पूर्व विधायक पूजा पाल समेत रिश्तेदारों और करीबियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। स्वजनों को 15 साल बाद भी न्याय का इंतजार है। राजू पाल की पत्नी पूजा पाल ने तत्कालीन फूलपुर सांसद अतीक अहमद, उनके भाई अशरफ, फरहान, आबिद, रंजीत पाल, गुफरान समेत नौ लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश, बलवा, हत्या की कोशिश का केस धूमनगंज थाने में दर्ज कराया था।

विरोध की आग में पूरा शहर जल उठा था

हत्याकांड के विरोध में दूसरे रोज 26 जनवरी को सुबह से पूरे शहर में जबरदस्त बवाल मचा। तोडफ़ोड़, पथराव और आगजनी होती रही। राजापुर पुलिस चौकी फूंक दी गई थी। हत्याकांड की जांच पुलिस के बाद सीबीसीआइडी ने की। 2008 में दिल्ली में गिरफ्तारी के बाद अतीक चार साल जेल में रहे। अशरफ भी बाद में नोएडा से पकड़ा गया था।

जांच के बाद सीबीआइ ने आरोपितों पर चार्जशीट दाखिल की है

पूजा पाल की याचिका पर वर्ष 2016 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ ने साढ़े तीन साल तक जांच के बाद कुछ महीने पहले लखनऊ की कोर्ट में अतीक और अशरफ समेत 10 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। अब ट्रायल शुरू होगा, गवाही होगा, फिर फैसला आएगा। 15 साल तो जांच दर जांच में गुजर चुके हैैं। कब फैसला आएगा, कब न्याय मिलेगा, पता नहीं।

राजू पाल की पत्नी पूजा बोलीं-हो सजा तो मिले संतोष

पत्नी पूजा पाल चाहती हैैं कि जल्द सुनवाई पूरी कर कोर्ट दोषियों को कठोर सजा दे ताकि उन्हें कुछ तो संतोष मिले। पूजा से ब्याह हुए नौ दिन ही हुए थे तभी राजू पाल का कत्ल कर दिया गया था। इस हत्याकांड के आरोपित पूर्व सांसद अतीक अहमद अहमदाबाद जेल में बंद हैैं जबकि उनका भाई अशरफ तीन साल से फरार है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.