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सात लोगों की जान गई तो टूटी नींद, अवैध शराब के 11 कारोबारी गिरफ्तार

जिले के गंगापार और यमुनापार में सोमवार को सभी थाने की पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्र में दबिश दी। कहीं एक तो कहीं दो लोग पकड़े गए। जबकि कई थाना प्रभारी सिर्फ कोरम पूरा कर लौट आए। नवाबगंज पुलिस ने 20 लीटर शराब के साथ एक को गिरफ्तार किया।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 08:58 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 08:58 PM (IST)
सात लोगों की जान गई तो टूटी नींद, अवैध शराब के 11 कारोबारी गिरफ्तार
छापेमारी के दौरान पुलिस ने 200 लीटर से अधिक कच्ची शराब भी बरामद की।

प्रयागराज, जेएनएन। जहरीली शराब से सात लोगों की मौत के बाद आखिरकार पुलिस की नींद टूटी। जिले में ताबड़तोड़ दबिश देकर 11 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया, जो अवैध शराब के धंधे से जुड़े थे। जबकि भागे लोगों का पता लगाया जा रहा है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 200 लीटर से अधिक कच्ची शराब भी बरामद की। लहन के साथ ही शराब बनने के उपकरण भी नष्ट किए

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जिले के गंगापार और यमुनापार में सोमवार को सभी थाने की पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्र में दबिश दी। कहीं एक तो कहीं दो लोग पकड़े गए। जबकि कई थाना प्रभारी सिर्फ कोरम पूरा कर लौट आए। नवाबगंज पुलिस ने 20 लीटर शराब के साथ एक को गिरफ्तार किया। तीन क्विंटल लहन नष्ट कराया। मांडा और थरवई पुलिस ने भी एक-एक व्यक्ति को पकड़कर 100 लीटर शराब बरामद करने के साथ ही भारी मात्रा में लहन को नष्ट कराया। इसी प्रकार मेजा, कौंधियारा, नैनी, फाफामऊ, सोरांव, मऊआइमा, होलागढ़ पुलिस ने भी कच्ची शराब के साथ कइयों को पकड़कर लहन नष्ट कराया।

अवैध शराब को लेकर नहीं सक्रिय है पुलिस

सोरांव के जलालपुर, इस्माइलपुर, पुरखीपुर, मलकिया, सेवइथ, बरचनपुर समेत एक दर्जन से ज्यादा गांव में कुछ लोग कच्ची शराब बनाने का काम करते हैं। शाम चार बजे के बाद इन गांवों के एक खास इलाके में पियक्कडों का मजमा लग जाता है। पुलिस को इन गांवों में लगने वाली भट्टियों की जानकारी भी है। कई बार इन गांवों में दबिश भी दी गई, लेकिन पुलिस टीम को आता देख अवैध शराब बनाने वाले फरार हो जाते हैं। पुलिस लहन नष्ट कर कच्ची शराब को कब्जे में लेकर वापस चली आती है। पुलिस के जाने के बाद फिर यह धंधा बदस्तूर जारी हो जाता है। दो साल पूर्व सोरांव के मलकिया में एक व्यक्ति की कच्ची शराब पीने से मौत हो गई थी। मामले में ग्रामीणों मे हंगामा भी मचाया था। लेकिन कुछ ही दिन बाद वहां दोबारा शराब बनने व बिकनी शुरू हो गई।

सरायममरेज में दूसरे प्रांतों से आती है शराब

 सरायममरेज थाना क्षेत्र में कुछ ऐसे शराब तस्कर हैं जो दूसरे प्रांत की शराब मंगवाकर उसे बेचते हैं। गांजा व शराब के साथ पड़ोस जनपद के भदोही, मीरजापुर, वाराणसी, प्रतापगढ़ समेत विभिन्न जनपदों में ऐसे लोग गिरफ्तार भी हो चुके हैं, लेकिन सरायममरेज पुलिस आज तक ऐसे किसी भी तस्कर को पकडऩे में विफल साबित हुई है। पिछले वर्ष जहरीली शराब से क्षेत्र के खुर्रमशाहपुर गांव में तीन लोगों की मौत हो गई थी। क्षेत्र के बंदी पट्टी चौराहा के समीप एक अंग्रेजी शराब की दुकान से आबकारी विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध शराब बरामद कर मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस की मिलीभगत से दुकान पुन: संचालित हो रही है। स्थानीय लोगों द्वारा अक्सर कुछ सरकारी दुकानों पर अवैध रूप से शराब बेचने की सूचना पुलिस को दी जाती है, लेकिन कार्रवाई के बजाए पुलिस शिकायतकर्ता को ही फटकार लगाती है।


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